गुमला. गुमला सदर अस्पताल में जिला विधिक सेवा प्राधिकार गुमला व स्वास्थ्य विभाग गुमला के सहयोग से एड्स पर जागरूकता कार्यक्रम हुआ. इसमें एड्स पीड़ित लोगों के बीच कंबल का वितरण किया गया. मौके पर संत जोसेफ नर्सिंग ट्रेनिंग व कौशल विकास की नर्सिंग ट्रेनिंग की बच्चियों द्वारा नुक्कड़ नाटक का प्रोग्राम भी किया गया. इसमें एड्स होने के कारण, लक्षण व बचाव के उपाय के बारे बताया गया. बच्चियों ने बहुत ही सुंदर ढंग से नाटक का मंचन किया. सिविल सर्जन गुमला डॉ शंभूनाथ चौधरी ने कहा कि एड्स पीड़ितों के लिए मुफ्त में दवा उपलब्ध है. वह हमेशा दवाई लेते रहें. इससे उनको काफी लाभ होगा. उन्होंने कहा कि एड्स असुरक्षित यौन संबंध या तो संक्रमित लोगों को दिया गया इंजेक्शन किसी दूसरे व्यक्ति को दिया जाये या संक्रमित माता से जन्म लिए हुए बच्चे या दाढ़ी बनाने के क्रम में संक्रमित लोगों से संपर्क में आया हुआ ब्लेड भी एड्स बीमारी का कारण हो सकता है. इसलिए हमें इन सब चीजों से सावधान रहना चाहिए. लोगों को एचआइवी संबंधित जांच करनी चाहिए. सदर अस्पताल में यह जांच निशुल्क की जाती है. स्थायी लोक अदालत के सदस्य शंभू सिंह ने कहा कि एड्स पीड़ितों के साथ भेदभाव नहीं करनी चाहिए. समाज में उन्हें बराबर का स्थान देना चाहिए. क्योंकि एड्स किसी एड्स पीड़ित को छूने से या साथ रहने से, पसीना से, कपड़ा पहनने से नहीं फैलता है. इसलिए हमें एड्स पीड़ितों से परहेज नहीं रखना चाहिए. हमें एड्स के प्रति सावधान रहना जरूरी है. हमें अपने जीवन साथी की प्रति वफादार रहना चाहिए और असुरक्षित यौन संबंध नहीं बननी चाहिए जानकारी ही एड्स से बचाव है. एलएडीसीएस के प्रमुख डीएन ओहदार ने कहा कि एड्स पीड़ितों के साथ भेदभाव करना अपराध है. हमें उनका मनोबल बढ़ाना चाहिए और उन्हें समाज में बराबर का मान सम्मान देना चाहिए. डॉ अनु कुमारी ने एड्स के विषय और बचाव के लिए लोगों को जानकारियां दी. उपाधीक्षक डॉक्टर अनुपम किशोर ने धन्यवाद ज्ञापन किया. मौके पर युगांत कुमार दुबे, धनेश्वर महतो व अस्पताल प्रबंधन के कर्मचारी उपस्थित थे.
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