गुमला. गुमला सिविल कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सह अंजुमन इस्लामिया गुमला के पूर्व सदर निजाम चौधरी साहब का निधन हो गया. 84 वर्षीय अधिवक्ता निजाम चौधरी का इलाज के दौरान रांची में इंतकाल हुआ है. जैसे ही यह खबर गुमला शहर पहुंची, उनके आवास रजा कॉलोनी गुमला में उनके चाहने वाले पहुंचने लगे. उनके दोनों बेटे आफताब चौधरी व महताब चौधरी गुमला कोर्ट में अधिवक्ता हैं. उनके जनाजे की नमाज गुमला कब्रिस्तान में मौलाना मुफ्ती काशिद रजा ने पढ़ाई. पूर्व अंजुमन इस्लामिया के सचिव शहजाद अनवर ने उनके निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा है कि अधिवक्ता निजाम चौधरी हमारे पिता तुल्य और अभिभावक के तरह थे. उनके साथ अंजुमन इस्लामिया में सेक्रेटरी के तौर पर तीन वर्ष काम करने का मौका मिला है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता. जनाब चौधरी हमारे अंजुमन इस्लामिया के पूर्व सदर अब्दुल गफ्फार अंसारी, पूर्व सदर सैयद नुरुल हुदा, पूर्व सदर सलीम खान आदि के साथ वर्षों अंजुमन इस्लामिया मदरसा इस्लामिया, मुसाफिरखाना तथा उर्दू गर्ल्स हाई स्कूल आदि में सेवा दी थी. वर्षों तक शांति समिति के सदस्य के तौर पर गुमला के विभिन्न जाति समुदाय के लोगों के साथ कार्य किये हैं. इतना ही नहीं अधिवक्ता निजाम चौधरी गुमला लॉ कॉलेज के संस्थापक तथा लॉ कॉलेज में वर्षो तक लेक्चरर के तौर पर कार्य किये हैं. शोक प्रकट करने वालों में अंजुमन इस्लामिया के सदर मुशाहिद आजमी, सेक्रेटरी मकसूद आलम, हाजी रियाज अनवर, कलीम अख्तर उर्फ कल्लन, आशिक अंसारी, शमीम खान, खालिद शाह, मोहम्मद फिरोज, गुलाम हसनैन, शमीम वारसी, सलाउद्दीन अंसारी, समसू जोहा उर्फ बाबर, मो इम्तियाज उर्फ मिनी, अत्ताउल्लाह अंसारी, हाजी फैयाज मास्टर, सैयद मोहम्मद जावेद, सैयद जुन्नू रैन, आफताब लाडले, मोहम्मद लड्डन, खुर्शीद आलम उर्फ पप्पू, इरफान अली, हाजी आफताब, हाजी एहसान, हाजी आजाद, मास्टर मंटू, इरफान अली, हनीफ रब्बानी, अक्की खान, मो जुबेर खान, अनवर खान, पीर मो अंसारी, नुरुल हुदा, नेताजी अहमद मास्टर, हाफिज गुलाम गौश आदि मौजूद थे.
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