गुमला : जिप अध्यक्ष सतवंती देवी व मेसो पदाधिकारी भोला राम के बीच हुई मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. उल्लेखनीय है कि 30 दिसंबर को दोनों के बीच मारपीट की घटना घटी थी. दोनों ने स्थानीय थाने में एक-दूसरे के खिलाफ अनुसूचित जनजाति उत्पीड़न एक्ट व भादवि की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया था. इधर कर्मचारी संघ ने बैठक कर जिप अध्यक्ष के खिलाफ मोरचा खोल दिया है.
दूसरी ओर मंगलवार (7 जनवरी) को भी जनप्रतिनिधियों ने बैठक कर मेसो पदाधिकारी भोला राम के खिलाफ आंदोलन करने की घोषणा कर दी है. सभी लोगों ने एक स्वर में मेसो पदाधिकारी की गिरफ्तारी की मांग की है.
बैठक जिप सदस्य सह झापा नेता हांदू भगत की अध्यक्षता में जिला परिषद के कार्यालय में हुई. सबसे रोचक बात तो यह है कि इस हाइ प्रोफाइल मामले में पुलिस हाथ डालने से कतरा रही है. प्राथमिकी दर्ज हुए एक सप्ताह से अधिक हो गया है. पुलिस दोनों में से किसी को गिरफ्तार करने से कतरा रही है.
इधर जन प्रतिनिधियों ने बैठक में निर्णय लिया है कि शीघ्र मेसो पदाधिकारी को गिरफ्तार किया जाये. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 20 जनवरी को नगर भवन में इस मुद्दे का हल खोजने को लेकर जनप्रतिनिधियों की एक व्यापक पैमाने पर आम सभा होगी.
जिसमें इस समस्या का हल निकाला जायेगा. बैठक में जिप सदस्य चैतू उरांव, हांदू भगत, मुखिया राजन बड़ाइक, पंचायत सदस्य अघनू बड़ाइक ने कहा कि जन प्रतिनिधि व कार्यपालिका में आपसी विवाद अच्छी बात नहीं है.
क्योंकि इसका परिणाम जनता को भुगतना पड़ता है. इसका विकल्प सम्मान जनक समझौता ही है. इस पर जिप अध्यक्ष सतवंती देवी, उपाध्यक्ष उषा देवी व जिप सदस्य भैरो सिंह ने कहा कि समझौता के पूर्व पदाधिकारियों को जन प्रतिनिधियों का मान-सम्मान करना सीखें.
बैठक में जिप सदस्य रश्मि मिंज, छोटेया उरांव, लीली कुजूर, जारी प्रमुख सावित्री देवी, बिशुनपुर, पालकोट प्रमुख सहित शत्रुधन मार, अरुण प्रताप सिंह, प्रकाश एक्का, हरिनंदन ओहदार, मुखिया विश्वनाथ उरांव, गौरी किंडो, पूनम देवी, जाैनी उरांव, अरुणा एक्का, पूनम एक्का, रामदेव बड़ाइक, रंजोत पाल सिंह, कुंतीदेवी, राम प्रसाद बड़ाइक, प्रदीप उरांव, मागडू चीक बड़ाइक, सेवित टेटे, चारो उरांव, लोलस उरांव आदि उपस्थित थे.