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लीड… क्राइम ब्रांच कर रही है तफ्तीश

लीड… क्राइम ब्रांच कर रही है तफ्तीश फ्लैग…एक सप्ताह पहले दिल्ली से मुक्त करा कर गुमला लाया गया था गुड़िया को गुड़िया (बदला हुआ नाम) डुमरी प्रखंड की रहने वाली है चाचा ने दिल्ली में ले जाकर बेचा दिया थागुड़िया को चाकू से गोदा गया है, अभी भी है निशानजूठन भात व रोटी खाने को […]

लीड… क्राइम ब्रांच कर रही है तफ्तीश फ्लैग…एक सप्ताह पहले दिल्ली से मुक्त करा कर गुमला लाया गया था गुड़िया को गुड़िया (बदला हुआ नाम) डुमरी प्रखंड की रहने वाली है चाचा ने दिल्ली में ले जाकर बेचा दिया थागुड़िया को चाकू से गोदा गया है, अभी भी है निशानजूठन भात व रोटी खाने को देते थेघर के मालिक-मालिकन जब बाहर जाते थे, तो उसे अालमारी में बंद करके रखा जाता था.16 गुम 1 में सीडब्ल्यूसी को जानकारी देती गुड़िया. प्रभात एक्सक्लूसिव दुर्जय पासवान, गुमलादिल्ली में बेची गयी गुमला जिला के डुमरी प्रखंड की 15 साल की गुड़िया (बदला हुआ नाम) के मामले में क्राइम ब्रांच जांच कर रही है. गुड़िया के केस को लेकर दिल्ली की क्राइम ब्रांच गंभीर है. क्योंकि गुड़िया को गुड़गांव में काफी प्रताड़ित किया गया था. जिस घर में वह काम करती थी, उस घर के मालिक व मालकिन उसे चाकू से गोदते थे. अभी भी पीठ पर चाकू से गोदने का निशान है. गरम पानी व चाय उसके शरीर पर फेंके गये हैं. हाथ में जले का निशान है. यहां तक कि जब घर के मालिक व मालकिन बाहर जाते थे, तो उसे अलमारी में बंद कर के रखा जाता था. इस मामले में गुड़गांव पुलिस ने गुड़िया को मुक्त कराने के साथ-साथ आरोपी दंपती सागर जैन व श्वेता जैन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जबकि गुड़िया को बेचने वाले उसके चाचा लावाबार निवासी फ्लोरेंस कुजूर अभी भी फरार है. क्राइम ब्रांच उसे खोज रही है. लेकिन हर समय वह पुलिस को चकमा देकर भागते फिर रहा है. इस संबंध में गुमला सीडब्ल्यूसी के सदस्य अलख नारायण सिंह ने कहा कि दिल्ली क्राइम ब्रांच की पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. दिल्ली में केस चलेगा. गुड़िया को गवाही के लिए दिल्ली जाना पड़ेगा. पढ़ाने के बहाने चाचा दिल्ली ले गया था गुड़िया को उसका चाचा फ्लोरेंस वर्ष 2014 के सितंबर माह में पढ़ाने के बहाने दिल्ली ले गया था. एक सप्ताह पहले उसे दिल्ली से गुमला लाया गया. गुड़िया अपने गांव के स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ती थी. फ्लोरेंस ने कहा था कि गुड़िया को दिल्ली में पढ़़ायेंगे. गरीबी के कारण परिजन ने भी गुड़िया को दिल्ली भेज दिये. पर वहां फ्लोरेंस ने उसे एक प्लेसमेंट एजेंसी को बेच दिया. इसके बाद एजेंसी ने सागर जैन के यहां काम करने के लिए बेच दिया. गुड़िया ने 11 महीने काम किया. लेकिन उसे मेहताना नहीं मिला. बल्कि उसे प्रताड़ित किया गया.दिल्ली नहीं जाऊंगी, घर में रह कर पढ़ाई करूंगी घटना से गुड़िया काफी सहमी हुई है. सोमवार को जब वह सीडब्ल्यूसी (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) कार्यालय पहुंची, तो वह थोड़ी डरी हुई लग रही थी. सीडब्ल्यूसी के अधिकारियों द्वारा पूछे गये सवालों को उसने जवाब दिया. गुड़िया ने कहा कि- अब दिल्ली नहीं जाऊंगी. वहां खाने में जूठा चावल व रोटी देते हैं. हर बात पर मारते थे. अब मैं अपने घर में ही रह कर पढ़ाई करूंगी.——————गुड़िया को खतरा है. क्योंकि तस्कर फ्लोरेंस अभी तक पकड़ा नहीं गया है. इसलिए गुड़िया को सीडब्ल्यूसी के संरक्षण में रखा जायेगा. उसे बालगृह में रखा जायेगा. जब वह पूरी तरह पढ़ाई के प्रति तैयार हो जायेगी, तो इसी सत्र में कस्तूरबा स्कूल में वर्ग छह में नामांकन होगा.तागरेन पन्ना, अध्यक्ष, सीडब्ल्यूसी

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