Advertisement
झारखंडी संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखने की जरूरत
रांची के 76 व सिमडेगा के 105 कलाकारों ने ऑडिशन दिया. गुमला : कला, संस्कृति, युवा व खेलकूद कार्य विभाग के तत्वावधान में दो दिनी दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय ऑडिशन सोमवार से लुथेरान मैदान में हुआ. पहले दिन रांची से नृत्य के लिए 60 व गायन के लिए 16 तथा सिमडेगा से नृत्य के लिए […]
रांची के 76 व सिमडेगा के 105 कलाकारों ने ऑडिशन दिया.
गुमला : कला, संस्कृति, युवा व खेलकूद कार्य विभाग के तत्वावधान में दो दिनी दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय ऑडिशन सोमवार से लुथेरान मैदान में हुआ. पहले दिन रांची से नृत्य के लिए 60 व गायन के लिए 16 तथा सिमडेगा से नृत्य के लिए 90 व गायन के लिए 15 कलाकारों ने ऑडिशन दिया.
सभी कलाकारों ने खुल कर अपने नृत्य व गायन प्रतिभा का प्रदर्शन किया. वहीं खूंटी, गुमला व लोहरदगा जिला के प्रतिभागी 10 फरवरी (मंगलवार) को ऑडिशन देंगे. इससे पूर्व गुमला डीसी गौरी शंकर मिंज ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि पारंपरिक लोक नृत्य व गायन झारखंड राज्य की पहचान है. लेकिन वर्तमान समय में यह विलुप्त होने के कगार पर है. लेकिन इसे विलुप्त नहीं होने देना है.
पारंपरिक लोक नृत्य व गायन को हम सबको मिल कर अक्षुण्ण बनाये रखने की जरूरत है. जिला में इस तरह का कार्यक्रम पहली बार हो रहा है. उन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि झारखंड राज्य के पारंपरिक लोक नृत्य व गायन को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए ऐसे कार्यक्रम जरूरी है. सुशील कुमार ने बताया कि ऑडिशन में सफल होनेवाले कलाकार राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में झाखंड राज्य का नेतृत्व करेंगे. मौके पर सुषमा नाग, डोमन राम मोची, मनमोहन सिंह, रीवावाणी तिग्गा सहित कई लोग उपस्थित थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement