भरनो : भरनो प्रखंड में लोकसभा चुनाव से पूर्व वित्तीय वर्ष 2018-19 में पंचायतों में भेजी गयी 14वें वित्त की राशि की बंदरबांट करने का मामला प्रकाश में आया है. पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव व पदाधिकारी की मिलीभगत से कई सप्लायर सोलर आधारित जलमीनार व कूड़ादान का सप्लाई किया. बाजार मूल्य से कहीं अधिक राशि से सामग्री की खरीदारी की गयी है.
वहीं मानक के अनुसार गुणवत्ता को दरकिनार किया गया. नियमों को ताक पर रख कर कई पंचायतों में काम होने से पहले ही कमीशन के चक्कर में सप्लायर को पूर्ण भुगतान किया गया. ऐसा ही मामला अमलिया पंचायत में प्रकाश में आया है. इस पंचायत में सोलर आधारित जलमीनार लगाने से पहले ही आरके इंटरप्राइजेज को पूर्ण भुगतान कर दिया गया. अमलिया गांव में गुरुवार को चापानल में सोलर सिस्टम की जलमीनार लगायी गयी, जबकि उक्त जलमीनार का पूरा पैसा चार मार्च 2019 को भुगतान कर दिया गया.
पंचायत सचिव व मुखिया ने आरके इंटरप्राइजेज के नाम पर दो लाख 49 हजार 800 रुपया चेक दिया. इस संबंध में पंचायत सचिव देवमनी साहू व मुखिया पंचु उरांव से पूछने पर उन्होंने कहा कि चार मार्च को पेमेंट करने के बाद चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू हो गया. जिस कारण जलमीनार नहीं लगी. ज्ञात हो कि चार मार्च को सप्लायर को जलमीनार का पैसा भुगतान किया गया, जबकि आचार संहिता 10 मार्च को लगा. साथ ही योजना पूर्ण होने के बाद ही राशि का भुगतान किया जाता है. यहां तो पहले ही योजना पूर्ण होने से पूर्व ही भुगतान किया गया है.