बिशुनपुर : थाना क्षेत्र के गुटवा गांव निवासी स्वर्गीय सतरू उरांव का 6 दिन से गायब 15 वर्षीय पुत्र कर्म दयाल उरांव का शव बिशुनपुर पुलिस ने आरोपी इंद्रदेव उरांव के निशानदेही पर रविवार को मुंदार गांव सीमांत जंगल टोंगरी के समीप बघवा माड़ा से बरामद कर थाना लाया. जहां पंचनामा के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए गुमला भेज दिया. आपको बता दें कि पिछले सोमवार को डीपाडीह नवा टोली गांव में दशहरा करमा मनाया जा रहा था.
जहां मृतक अपने गांव से एक किलोमीटर दूर नवा टोली गांव में मना रहे दशहरा करमा में शरीक होने अपने रिश्तेदार के यहां गया था. जिसके बाद नवा टोली गांव के ही एक दोस्त कलेश्वर उरांव के साथ गांव में ही अपने पूर्व प्रेमिका से मिलने प्रेमिका के घर गया, जिसके बाद प्रेमिका के परिजनों ने उसे अपने घर से चले जाने की बात कही.
जिसके बाद वह घर से निकला और सोमवार रात से ही वह गायब हो गया. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने लगातार गांव एवं अपने रिश्तेदार के यहां खोजबीन शुरू की लेकिन मृतक का कुछ भी पता नहीं चला. तब शनिवार को परिजन बिशुनपुर थाना पहुंचकर थाना प्रभारी अनिल नायक मामले से अवगत कराते हुए अपने 15 वर्षीय पुत्र परम दयाल को ढूंढ निकालने की गुहार लगाया.
इधर मामले की सूचना जैसे ही बिशुनपुर पुलिस को मिली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छानबीन शुरू की और शनिवार को ही गांव पहुंचकर मृतक के दोस्त कलेश्वर उरांव प्रेमिका का बड़ा भाई इंद्रदेव उरांव एवं प्रेमिका को थाना लाकर पूछताछ शुरू किया. जहां प्रेमिका के बड़े भाई इंद्रदेव उरांव काफी मशक्कत के बाद पुलिस के समक्ष कर्म दयाल उरांव की हत्या के बाद शव को जंगल के बघवा माड़ा में छुपाने की बात स्वीकार की.
जिसके बाद आरोपी इंद्रदेव की निशानदेही पर रविवार सुबह पुलिस गांव पहुंचकर मुंदार जंगल के डोंगरी के समीप बघवा माड़ा से कर्म दयाल का शव छुपाया हुआ अवस्था में बरामद किया. घटना के संबंध में थाना प्रभारी ने बताया कि हत्या प्रेम प्रसंग में हुआ है. मृतक एक माह पूर्व प्रखंड में सक्रिय झागुर गुट अपराधी संगठन में चला गया था. जिसके बाद करमा पर्व के दौरान एक सप्ताह पूर्व गांव आया था और अपने पूर्व प्रेमिका के घर जाकर प्रेमिका के साथ छेड़छाड़ कर रहा था तभी प्रेमिका के बड़े भाई ने उसको घर से बाहर निकल कर उसकी हत्या कर दी.
आरोपी ने पुलिस को बताया घटना का कारण
हत्या के आरोपी इंद्रदेव उरांव ने घटना का करण पुलिस को बताते हुए कहा कि मेरी छोटी बहन बदला हुआ नाम निर्मला को पिछले वर्ष से लगातार कर्म दयाल उरांव के द्वारा शादी के लिए दबाव बनाया जा रहा था और मेरी बहन इंकार कर रही थी तब वह पिछले दिनों झांगुर गुट सुप्रीमो रामदेव के संगठन ज्वाइन कर जबरदस्ती शादी करने का दबाव बना रहा था.
इसी क्रम में सोमवार को गांव के कर्मा पर्व के दौरान मेरे घर पहुंचा और मेरी बहन के साथ छेड़छाड़ करने लगा तभी मुझे गुस्सा आ गया और मैंने उसे गला दबाकर एवं पत्थर से कुचल कर मार डाला.
इधर मृतक की मां सुमंती उरांइन एवं उसके परिजनों ने कहा कि मेरा बेटा बेगुनाह था वह कोई उग्रवादी या अपराधी संगठन मैं नहीं गया था. हत्या के बाद सब बनावटी बातें कर रहे हैं. 10 दिन पूर्व ही मेरा बेटा चौरा पाठ से अपनी पसंद की लड़की घर लाया था और उसी से शादी करने की बात कह रहा था और उसकी हत्या कर दी गयी.