।। दुर्जय पासवान ।।
विद्यालय के प्रभारी एचएम नीलम प्रकाश तिग्गा सहित स्थानीय लोग भलेरिया कुजूर, प्रेम तिग्गा, जीवंती केरकेट्टा, सिकंदर टोप्पो, लक्ष्मनिया देवी आदि ने बताया कि सोमवार को दोपहर लगभग 12 बजे नवाडीह की एक महिला चार लोगों को लेकर गाजा-बाजा के साथ विद्यालय पहुंची और कोर्ट में हमारी जीत हुई है, कहते हुए विद्यालय की जमीन पर लाल झंडा गाड़ दी. उक्त महिला ने कहा कि यह हमारी जमीन है.
विद्यालय को खाली करो. इसके बाद विद्यालय में रखे कुर्सी-टेबल, गोदरेज, पंखा, पुस्तक, किचन रूम के गैस सिलेंडर, चूल्हा सहित खाना बनाने वाले सभी बर्तनों को बाहर रख दिया और विद्यालय के सभी कमरों में ताला जड़ दिया. विद्यालय में ताला जड़ने संबंधी मामले को लेकर बीइइओ से संपर्क करने का प्रयास किया गया. परंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
* दान में मिली थी 39 डिसमिल जमीन : ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि जिस जमीन में विद्यालय भवन बना है. उस जमीन का मलिक सूबेदार हैं. उन्होंने विद्यालय भवन बनाने के लिए वर्ष 2006 में 39 डिसमिल जमीन विद्यालय के नाम से दान दिया गया था. वर्ष 2007 विद्यालय का भवन बना और भवन में ही पढ़ाई शुरू हुई. इससे पहले विद्यालय गांव के कच्चे मकान में चलता था.
* विद्यालय बंद करने की नोटिस भी नहीं मिली : एचएम
स्कूल के एचएम ने कहा कि विद्यालय बंद करने अथवा खाली करने संबंधित किसी प्रकार की सूचना अथवा नोटिस नहीं मिली. बस वे अचानक से आये और सामानों को बाहर रखकर ताला लगा दिया. डुमरी थाना, बीडीओ व शिक्षा विभाग को मामले की जानकारी देंगे. ताकि वे अग्रेत्तर कार्रवाई कर सके. विद्यालय के बगल का जमीन कांता मरियाना मिंज की है. विद्यालय के जमीन का झगड़ा किनके-किनके बीच में था. यह बात विद्यालय के शिक्षकों की जानकारी में नहीं है.