गुमला : रायडीह ब्लॉक के मरियम टोली के समीप शंख नदी में बने पुल का दो पिलर नदी में बैठ गया. प्रशासन ने पुल से आवागमन बन्द कर दिया है., इससे करीब 50 गांव टापू बन गया है. यह पुल एक साल पहले बना था. पहली बारिश में ही पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. प्रमुख इस्माइल कुजूर ने कहा कि अगर फिर तेज बारिश हुई तो पुल बह सकता है. वहीं डुमरी प्रखंड में पांच साल पहले बना पुल बह गया है. सभी नदियां उफान पर हैं. पुल के ऊपर से पानी बह रही है. घाघरा प्रखंड के लरंगो-गम्हरिया पथ पर बाला खटंगा नदी में एक साल पहले चार करोड़ रुपये की लागत से बना पुल बहा गया. सिसई प्रखंड के सहिजाना नदी, बांसटोली कंस नदी व नगर गुणाटोली नदी के समीप बना तीन डायवर्सन बह गया. इससे करीब 50 गांव टापू बन गये हैं.
गुमला में 13 से अधिक व सिसई प्रखंड में आधा दर्जन पेड़ गिर गये हैं. पेड़ गिरने से कई पशुओं की मौत हो गयी है. बाजार का शेड क्षतिग्रस्त हो गया है. लुथेरान स्कूल गुमला में पेड़ गिरने से मिड डे मील खा रहे बच्चे बाल-बाल बच गये. घाघरा प्रखंड में पांच व सिसई में तीन घर ध्वस्त हो गया है. बसिया प्रखंड से बहने वाली दक्षिणी कोयल नदी में बने पुल के ऊपर से पानी बह रहा है. गुमला व सिमडेगा जिला का खूंटी व रांची से संपर्क कट गया है. गुमला की नागफेनी नदी उफान पर है. नदी का पानी पुल को छू रहा है. प्रशासन एक-एक कर गाड़ी को पार करा रहा है. चैनपुर व जारी का संपर्क पुल के ऊपर पानी बहने से कट गया है. प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बन रही एक दर्जन सड़कें बह गयी हैं. करोड़ों रुपये की लागत से सड़क बन रही है. बारिश सुबह से देर शाम तक होते रही. समाचार लिखे जाने तक जिले में कहीं किसी की मौत नहीं हुई है.
क्षति रिपोर्ट देने का निर्देश रांची में बैठे बड़े अधिकारियों के निर्देश के बाद डीसी श्रवण साय व एसपी चंदन कुमार झा ने गुमला के अलावा सिसई, पालकोट व बसिया प्रखंड का दौरा किया. बारिश से हो रहे नुकसान का जायजा लिया. अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया. डीसी ने सभी प्रखंड के बीडीओ व सीओ को बारिश से हुए नुकसान व क्षति की रिपोर्ट देने के लिए कहा है. वहीं किसी भी प्रकार की घटना होने पर तुरंत सूचना देने के लिए कहा है. पुल बहा, कार्रवाई होगी : डीसी डीसी श्रवण साय ने कहा कि बारिश से कई गांवों में घर गिरने, पशुओं के मरने व पेड़ गिरने की सूचना है. प्रशासन हर जगह की रिपोर्ट ले रहा है. घाघरा में पुल बहा है.
यह पुल कब व कितने लागत से बना है, इसकी जांच करा कर कार्रवाई की जायेगी. पहले पिलर धंसा, फिर पुल के दो टुकड़े हो गये घाघरा में लरंगो-गम्हरिया पथ पर बने पुल का पहले दो पिलर नदी में धंसा. इसके एक घंटे के बाद पुल बीच से दो टुकड़ा हो गया. नदी की तेज धार में पुल का बीच का हिस्सा बह गया. यह पुल बाला खटंगा के समीप दक्षिणी कोयल नदी पर बना है. घटिया निर्माण के कारण पुल बह गया. नदियों के किनारे भीड़ लग गयी नदियों का जलस्तर जब बढ़ा, तो लोगों की भीड़ नदियों के किनारे लग गयी. अधिकतर लोग मोबाइल से उफनती नदियों का फोटो ले रहे थे. कई लोग सेल्फी लेते देखे गये. कुछ लोग नदी के समीप आ गये थे. अधिकारियों ने दूर रहने की हिदायत दी.