राजमहल कोल परियोजना के एरिया कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में परियोजना प्रबंधन एवं जनता मजदूर संघ की बैठक आयोजित की गयी, जिसकी अध्यक्षता क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक चरणजीत सिंह ने किया. बैठक में संघ के सचिव जयराम यादव ने कहा कि राजमहल परियोजना ईसीएल की बड़ी परियोजना है और ईसीएल परियोजना के कोयला उत्पादन पर अत्यधिक निर्भर रहता है. परियोजना के मजदूर कठोर मेहनत कर कोयला उत्पादन में प्रत्येक वर्ष रिकॉर्ड स्थापित करता आया है. मजदूर के मेहनत से ही परियोजना करोड़ों का मुनाफा अर्जन करता है. इसलिए मजदूरों को सभी तरह की मूलभूत सुविधा मिलनी चाहिए. ऊर्जा नगर आवासीय कॉलोनी के कई क्वार्टर जर्जर स्थिति में है. आवेदन देने के बाद भी मरम्मत नहीं हुआ है यह चिंता की बात है. विद्युत विभाग के द्वारा ऊर्जा नगर शिव मंदिर परिसर में कितनी राशि का कार्य हुआ है, उसकी जानकारी दी जाये. परियोजना के अधीनस्थ कार्य करने वाले प्राइवेट कंपनी मोंटे कार्लो एवं अन्य कंपनी द्वारा मजदूरों का पीएफ राशि काटी जाती है. सभी मजदूरों को पीएफ पासबुक को अप टू डेट कर दिया जाये और ऊर्जा नगर के इको पार्क किसके द्वारा संचालन होता है, इसकी जानकारी उपलब्ध करायी जाये. सभी प्राइवेट मजदूर को कोल इंडिया के नियम के अनुसार एचपीसी दर से मजदूरी का भुगतान किया जाये. परियोजना क्षेत्र में चल रहे चार पहिया वाहन में पारदर्शिता लायी जाये. सचिव द्वारा प्रबंधन को 24 सूत्री मांग पत्र देकर सकारात्मक पहल करने को आग्रह किया गया. कार्मिक प्रबंधक ने आश्वासन दिया कि यूनियन के सभी मांगों पर गंभीरता से विचार करते हुए सकारात्मक पहल किया जाएगा. मौके पर कार्मिक प्रबंधक प्रणव कुमार, संतोष राय, विनोद जायसवाल, प्रदीप पंडित, पंकज मरांडी, रविकांत सिंह, मुकेश झा, पवन कुमार आदि उपस्थित थे.
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