ब्राह्मण सेवा ट्रस्ट की ओर से स्थानीय विद्यापति भवन में आयोजित दो दिवसीय 22वें निःशुल्क सामूहिक उपनयन संस्कार का शुभारंभ रविवार को किया गया. रविवार की शाम ब्राह्मण समाज से आये विभिन्न गोत्र के 61 बटुकों के जुटिका बंधन से हुआ. उक्त आशय की जानकारी देते हुए विद्यापति सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि समाज में एका स्थापित किये जाने एवं आडंबर के निहित फिजूल खर्ची पर रोक लगाये जाने के उद्देश्य से पिछले 21 वर्षों से इस दिशा में सार्थक प्रयास किया जा रहा है. इससे ब्राह्मण समाज में एका बनाने का काम किया गया है. बीते 21 सालों से यह कार्य निर्बाध रूप से आयोजित किया जा रहा है. इस भव्य समारोह को सफल बनाने में समाज के सभी सक्षम बुद्धिजीवियों का सहयोग एवं समर्थन प्राप्त है. इस अवसर पर आयोजन से सक्रिय रूप से जुड़े समाजसेवी लोगों में पूर्व अध्यक्ष परमानंद चौधरी, वरीय अधिवक्ता दीनानाथ झा, सर्वजीत झा ‘अंतेवासी’, प्रो. श्यामाकांत झा, शिशिर कुमार झा, वंशीधर मिश्र, विनय कुमार ठाकुर, हरिशंकर मिश्र, नर्मदेश्वर झा, सुरजीत झा, परितोष पाठक, सुबोध चंद्र झा, यमुना प्रसाद मिश्र, कुंदन कुमार, निश्चल कुमार, राजेंद्र प्रसाद झा, अजय कुमार झा एवं प्रभु झा सहित बड़ी संख्या में बटुकों के परिजन उपस्थित थे.
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