ऊर्जानगर स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर प्रांगण में रथ यात्रा को लेकर भगवान जगन्नाथ का देव स्नान पूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ. इस दौरान जगन्नाथ मंदिर में स्थापित भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र के विग्रह को परंपरा के अनुसार रत्न वेदी से स्नान वेदी तक गाजे-बाजे के साथ लाया गया. इस दौरान ओडिशा के पुरी से आये पंडितों और भक्तों द्वारा जगन्नाथ प्रभु, बहन सुभद्रा, बड़े भाई बलभद्र को मंत्रोच्चारण कर दूध, दही, गंगाजल, मधु आदि पंचामृत से स्नान कराया गया. इसके बाद हवन-पूजन किया गया और भगवान को महाप्रसाद अर्पण किया गया. शाम में भगवान जगन्नाथ की महाआरती पूजन के बाद अणसर (अज्ञातवास) को लेकर मंदिर में गृह प्रवेश कराया गया, इस संबंध में पंडितों ने बताया कि देव स्नान के बाद 15 दिनों तक परंपरानुसार अज्ञातवास में मंदिर का पट बंद रहेगा. भक्तों को भगवान का दर्शन नहीं हो पाएगा. 27 जून को प्रभु जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा मंदिर परिसर से निकाली जाएगी. मौके पर देव स्नान पूजन को देखने के लिए भक्तों की भीड़ मंदिर में लगी रही. इस दौरान राजमहल परियोजना के जीएम एएन नायक, सतीश मुरारी, एसके अम्बष्ट, एसएन महापात्रा, संतोष कुमार राय, पीसी धर के अलावा जगन्नाथ मंदिर कमेटी के सचिव प्रदीप सिंह, रविकांत सिंह, मनीष भगत, डोमन महतो, डीएन लायक, महेश मिस्त्री, पंडित चुनमुन पांडेय, शंकर गुप्ता सहित अन्य लोग उपस्थित थे.
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