शारदीय नवरात्रि की शुरुआत सोमवार को प्रथम पूजा के साथ हो चुकी है और जिले के विभिन्न दुर्गा मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. लेकिन नगर परिषद् क्षेत्र में साफ-सफाई की लचर व्यवस्था श्रद्धालुओं की आस्था को आहत कर रही है. बड़ी दुर्गा मंदिर, भतडीहा दुर्गा मंदिर, गोढ़ी दुर्गा मंदिर, शिवपुर और रौतारा दुर्गा मंदिरों में दर्शन के लिए लोग पहुंच रहे हैं, विशेषकर शाम की आरती में महिला श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है. बावजूद इसके नगर क्षेत्र में सड़कों के किनारे और मंदिरों के मार्गों पर कचरे का अंबार लगा हुआ है. गंगटा, शिवाजी नगर और तिलक नगर के स्थानीय लोगों का कहना है कि कई वार्डों में सफाई कर्मी नदारद हैं. अगर कभी आते भी हैं, तो मोबाइल में व्यस्त रहकर बिना काम किये लौट जाते हैं. सोमवार दोपहर प्रभात खबर की पड़ताल में भतडीहा दुर्गा मंदिर के प्रवेश द्वार के पास, शिवाजी प्रतिमा के समीप सड़ा-गला कचरा देखा गया, जो कई दिनों से साफ नहीं किया गया है. इसी प्रकार, बड़ी दुर्गा मंदिर के पास वाली गली में दो स्थानों पर कचरे का ढेर पाया गया, जो चपरासी मोहल्ला, सत्संग नगर और सरौतिया गांव से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है. असनबनी चौक स्थित गंगटा कानी मंदिर रोड के मुहाने पर भी कचरे का ढेर दिखाई दिया.
निर्देश हवा हो गये, न डोर-टू-डोर उठाव, न सफाई
रविवार को महालया होने के कारण अधिकांश वार्डों में सफाईकर्मी नहीं पहुंचे और डोर-टू-डोर कचरा उठाव भी नहीं हुआ. परिणामस्वरूप सोमवार की शाम तक शहर की गलियां और मुख्य सड़कों के मुहाने कचरे से पटे रहे. नगर परिषद की ओर से दूसरे पहर में सफाई कराने की बात जरूर कही जा रही है, लेकिन हकीकत में पहले ही दिन साफ-सफाई को लेकर दिये गये निर्देश हवा होते नजर आये. श्रद्धालुओं और आमजन में नगर परिषद के प्रति नाराजगी देखी जा रही है. अब सवाल यह है कि जब नवरात्रि के पहले ही दिन की यह स्थिति है, तो आगे पूजा के दौरान श्रद्धालुओं को साफ-सुथरा माहौल मिलेगा या नहीं, यह बड़ा सवाल बना हुआ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

