गोड्डा : इसीएल की राजमहल कोल परियोजना ललमटिया में बुधर को खदान दुर्घटना की जांच के लिए एक्टू के राज्य महासचिव सह कोल माइंस वर्कर यूनियन महासचिव सुवेंदु सेन पहुंचे. ललमटिया से लौटने के बाद गोड्डा में पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया. श्री सेन ने घटना को पूरी तरह से मानव निर्मित हादसा बताया. कहा यह मानवीय भूल किसी भी स्थिति में नहीं हो सकती है, जान बूझ कर करायी गयी घटना है. देश भर में इकोनामी की बात चल रही है. प्रधानमंत्री के बिजनेस तथा उत्पाद बढ़ाने के आदेश को लेकर सारे नियम कानून तथा श्रम कानून व सुरक्षा कानून को ताक पर रख काम करया जा रहा है. इसके लिये दोनों ही सरकार दोषी है.
मेक इन इंडिया के नाम पर हो रहे आर्कषण का ही परिनाम गोड्डा की दुर्घटना है. श्री सेन ने कहा कि इस मामले को लेकी एक्टू विरोध करता है. जिस पांच पदाधिकारी के कारण इतनी बड़ी घटना हुई है उसपर 302 का मुकदमा दर्ज कर अविलंब गिरफ्तार किया जाये. महालक्ष्मी कंपनी को अविलंब ब्लैक लिस्टेड किया जाये. पांच सात वर्षों से कोल इंडिया लिमिटेड अधिकार क्षेत्र से बाहर आउटसोर्सिंग कर रही है. सरकार सीआइएल को अधिकृत किसी भी माइंस में आउटसोर्सिंग कंपनी को काम देने से रोकने का निर्देश दे.
कहा कि भू धारकों से जमीन लेते वक्त इस बात का जिक्र नहीं किया गया था कि भू धारक जमीन को प्राइवेट कंपनी के हाथों देंगे. इस तरह के एग्रीमेंट की धज्जियां उड़ीयी गयी है.