मट्ठापहाड़ी के पास एक करोड़ की लागत से हो रहा था काम
जांच के दौरान मिली थी कई गड़बड़ियांबिरनी प्रखंड के सिमराढाब शिव मंदिर मट्ठापहाड़ी के पास तालाब का आउटलेट फिर से बनाया जायेगा. इस तालाब का जीर्णोद्धार लगभग एक करोड़ की राशि से कराया जा रहा था. जीर्णोद्धार कार्य में अनियमितता का आरोप लगातार ग्रामीण लगा रहे थे, लेकिन इस पर संवेदक ने ध्यान नहीं दिया. इसकी परिणाम यह निकला की पहली बारिश में ही आउटलेट ध्वस्त हो गया. इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों समेत जनप्रतिनिधियों में भारी आक्रोश देखा गया था. विधायक ने तालाब की जांचकर अधिकारियों व संवेदक को कड़ी फटकार लगायी थी.
एक-दो दिन में शुरू होगा काम
इसके बाद इसकी जांच कार्यपालक अभियंता ने की. जांच के दौरान कार्य में गड़बड़ी होने की बात सामने आयी थी. साथ ही वर्तमान में आउटलेट का दिया गया बुनियाद से तीन फिट नीचे से लेने को कहा था व पुनः तोड़कर बनाने का निर्देश दिया था. लेकिन, तालाब में पानी जमा होने के कारण काम सात माह तक बंद रहा. तालाब में पानी कम होने के बाद लघु सिंचाई विभाग के कनीय अभियंता विजय रवानी ने प्रमुख रामू बैठा व लोगों के साथ बैठक की. संवेदक को एक-दो दिनों में कार्य को शुरू करने का आदेश दिया. कनीय अभियंता ने कहा कि पूर्व में बनायी गयी प्राक्कलन में बदलाव किया गया करते हुए 10 लाख की बढ़ोतरी की गयी है. ग्रामीणों को कार्य के संबंध में जानकारी दी गयी है. कहा कि फाउंडेशन ढलाई के दौरान वह स्वयं उपस्थित रहेंगे. बाकी काम को भी अपने देखरेख में करायेंगे. ग्रामीणों से गुणवत्तापूर्ण काम कराने को कहा आग्रह किया. कहा गड़बड़ी मिलने पर तत्काल इसकी सूचना दें. किसी भी कीमत पर गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है