इसी बीच घटना का एक वीडियो भी वायरल हो गया. एसपी के निर्देश पर खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने अपने नेतृत्व में एसआइटी गठित की गयी. एसआइटी ने आरोपितों की गिफ्तारी के लिए लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी. अंततः घटना के पांचवें दिन आरोपित किशोरी की गिरफ्तारी हो गयी. घटना के बाद मृतक के पिता मुंशी सिंह ने धनवार थाना में आवेदन देकर लगभग एक दर्जन लोगों को आरोपित किया था. उनकी आवेदन पर पुलिस ने धारा-191(2)/191(3)/190/103(1)/3(5) बीएनएस के तहत दर्ज किया था. थाना प्रभारी सत्येंद्र पाल ने किशोरी अग्रवाल की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
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