मॉनसून की पहली बारिश से शहर में भारी जलजमाव होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मॉनसून की पहली बारिश ने ही प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है. बुधवार सुबह से रुक-रुककर हो रही मूसलधार बारिश से खोरीमहुआ अनुमंडल के कई इलाकों में भारी जलजमाव हो गया है. निचले क्षेत्रों में पानी भर जाने से लोगों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. बारिश की शुरुआत होते ही मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक पानी भर गया. बाजार, थाना चौक, बस स्टैंड, डोरंडा पुराना स्टैंड, घोड़थंबा ओपी क्षेत्र समेत कई जगहों पर घुटनों तक पानी जमा हो गया है. दुकानों और घरों में पानी घुसने से व्यापारियों और स्थानीय निवासियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. स्कूल जानेवाले बच्चे, ऑफिस के कर्मचारी और राहगीरों को जलभराव से सबसे ज्यादा परेशानी हुई है. कई जगहों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं और जाम की स्थिति बनी रही. प्रशासन की ओर से जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोग परेशान दिखे.
नाली की सफाई व जल निकासी की व्यवस्था करने की मांग
स्थानीय निवासी जयप्रकाश साहा, अभिमन्यु शर्मा, परमानंद यादव, लोकेश कुमार, कमलेश कुमार, विभूति राणा, परवीण पांडेय, साबिर वारसी, इम्तियाज अली, हैदर अली, बासुदेव सिंह, मुंशी यादव, राजकुमार सिंह, दीपक कुमार आदि लोगों का कहना है कि प्रशासन अगर हर साल बारिश से पहले नालियों की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था करता तो हालात इतने बदतर नहीं होते. बारिश का पानी जमा रहने से मच्छरों के पनपने और बीमारियों के फैलने की आशंका भी जताई जा रही है. लोगों ने प्रशासन से जल्द जल की निकासी कराने और नालियों की सफाई कराने की मांग की है, ताकि आनेवाले दिनों में और अधिक दिक्कत न हो.
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