इस दौरान डीसी ने सड़क सुरक्षा समिति द्वारा किये जा रहे कार्यों व जागरूकता गतिविधियों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया. बैठक में डीसी ने पेंडिंग हिट एंड रन केस के मामलों में जल्द उचित कार्रवाई कर निराकरण करने की बात कही. डीसी ने जिले में सड़क हादसों को कम करने के उद्देश्य से किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की. आइआरएडी ऐप पर सड़क दुर्घटनाओं में मृत व घायलों से जुड़ी जानकारी को अपडेट रखने का निर्देश दिया. साथ ही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए साइन बोर्ड की संख्या में वृद्धि कर वाहनों का स्पीड कम करने पर विमर्श किया गया. जिले में दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से सभी घटनाओं के डेटा संग्रहित कर इसका एनालिसिस करने की बात कही. बैठक में एसपी डॉ विमल कुमार, पूर्वी व पश्चिमी वन प्रमंडल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे.
ब्लैक स्पॉट को करें चिह्नित
शहरी क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के उद्देश्य से विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा करते हुए ब्लैक स्पॉट को चिह्नित करते हुए इस बेहतर बनाने के उद्देश्य से कार्य करने पर जोर दिया, ताकि ऐसे स्थलों पर हादसों में कमी लायी जा सके. डीसी ने ओवर स्पीड पर रोक लगाने, ज्यादा दुर्घटना वाले क्षेत्रों में हाइमास्ट लाइट लगाने, सीसीटीवी कैमरे, वाहन जांच अभियान, जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन, ब्लैक स्पॉट चिह्नितिकरण समेत अन्य निर्देश भी दिये. जिला परिवहन पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि दुर्घटना में पीड़ितों की आपातकालीन स्थिति में मदद करने वाले राहवीर को सम्मानित करने है. राहवीर में वैसे लोग आते हैं, जो दुर्घटना के गोल्डन ऑवर यानि एक घंटे में घायल को अस्पताल पहुंचाते हैं. इससे घायल की जीवन रक्षा की सर्वाधिक संभावना रहती है. राहवीर योजना के तहत 25,000 रुपये का इनाम और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करना है.
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