पिछले दिनों राधा स्वामी संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे शमीम अख्तर की गिरफ्तारी के बाद शमीम अख्तर की पत्नी जैतुन परवीन ने पचंबा थाना में एक आपराधिक मामला दर्ज कराया है. प्राथमिकी में धोखाधड़ी करने समेत कई आरोप लगाये गये हैं. इस मामले में नोटिस में कहा गया है कि थाना कांड संख्या 100/25 में बीएनएसएस की धारा 318(2), 318(4), 336(2), 336(3), 338, 316(2), 316(5), 351(2) एवं 4/5/6 द प्राइज चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम एक्ट 1978 के तहत मुकेश कुमार सिन्हा और अनीशा सिन्हा को अभियुक्त बनाया गया है. दोनों पर ठगी कर पैसा उगाही करने के आरोप लगाये गये हैं. दोनों ही पति-पत्नी को थाना में उपस्थित होकर पक्ष रखने का आदेश दिया गया है.
सबोधु सिंह को थमाया नोटिस
कहा गया है कि यदि वे तीन दिनों के अंदर अपना पक्ष नहीं रखते हैं तो यह समझा जायेगा कि उन दोनों को अपने बचाव में कुछ नहीं कहना है. मामले का अनुसंधान कर रहे सोनू कुमार वर्मा ने खुद राधा स्वामी संगठन का पचंबा थाना क्षेत्र के बनखंजो में स्थित प्रदेश कार्यालय पहुंचे और वहां उपस्थित राधा स्वामी संगठन से जुड़े सुबोध सिंह को नोटिस थमाया. बताया जाता है कि जब पचंबा थाना की पुलिस संगठन के कार्यालय में पहुंची, उस वक्त राधा स्वामी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश कुमार सिन्हा और संगठन की जिला प्रभारी अनीशा सिन्हा कार्यालय में नहीं थे. इन दोनों का आवास भी कार्यालय के उपरी तल्ले में स्थित है. पुलिस को बताया गया कि दोनों पति-पत्नी पटना में स्थित केंद्रीय कार्यालय गये हुए हैं.
पीड़िता ने राधा स्वामी संगठन के मुकेश की गिरफ्तारी की मांग की
इधर, शमीम अख्तर की पत्नी जैतुन परवीन ने राधा स्वामी संगठन के मुकेश कुमार सिन्हा और अनीशा सिन्हा के ऊपर धोखाधड़ी व ठगी करने के मामले में गिरफ्तारी की मांग की है. उन्होंने कहा कि जब संगठन की सच्चाई सामने आने लगी तो उनके पति को फंसा दिया गया और जेल भेज दिया गया. बताया कि संगठन के कहने पर ही लाभुक से रकम ली गयी थी और संगठन के ही कहने से विधानसभा चुनाव में रुपये खर्च किये गये. इतना ही नहीं, ग्रामीणों से वसूले गये रुपये फोन पे के माध्यम से मुकेश सिन्हा और अनीशा सिन्हा ने अपने व्यक्तिगत खाते में ट्रांसफर लिया है. जैतुन परवीन ने पचंबा थाना की पुलिस से मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे पति को इंसाफ दिलाया जाये. जिस रकम के लिए मेरे पति पर दबाव बनाया गया जा रहा है, उस रकम को संगठन ने विभिन्न माध्यमों से वापस ले लिया है. अब बेवजह मेरे पति को और मुझे परेशान किया जा रहा है.
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