छात्राओं ने ड्रामा, विशेष संदेश, मेजर ध्यानचंद के जीवन पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी तथा पोस्टर मेकिंग प्रदर्शन प्रस्तुत किया गया. वहीं एरोबिक डांस की प्रस्तुति भी दी गई. इस दौरान शिक्षक बिनोद साव ने बच्चों का जीवन केवल मोबाइल के ऑनलाइन गेम तक सीमित नहीं होना चाहिए. बल्कि प्रत्येक बच्चे को प्रतिदिन कम से कम एक घंटा मैदान में व्यतीत करना चाहिए ताकि वो हर तरह से स्वस्थ रहे.
प्रधानाध्यापक ने भी साझा किये विचार
विद्यालय के प्रधानाध्यापक जाहिद अंसारी ने भी बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के महत्व पर अपने विचार साझा किया. बच्चों द्वारा कार्यक्रम के माध्यम से संदेश दिया गया कि ऑनलाइन गेम में समय व्यर्थ करने और प्रतिदिन समय पर उठकर खेलकूद करने वाले बच्चों के जीवन में कितना बड़ा अंतर होता है. मौके पर निदेशक नवीन कुमार, परवीन खातून, शबाना अंसारी, सुनील कुमार, हाफ़िज़ अंसारी, रमेश शर्मा, अंतरा माही समेत शिक्षकगण उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

