वनकर्मियों की संख्या को देखते हुए संचालक और लकड़ी चिराने आये व्यवसायी भाग खड़े हुए. जब्त लकड़ी व मशीनों को रेंज कार्यालय लाया गया. विभाग अवैध कारोबारी की पहचान कर प्राथमिकी दर्ज करने में जुट गयी है. बताया जाता है कि बिजलीबथान गांव में अवैध आरा मिल संचालन की सूचना लगातार डीएफओ को मिल रही थी. सूचना के सत्यापन के बाद रविवार की दोपहर डीएफओ सदल-बल पहुंचे. सूचना लीक नहीं होने के कारण संचालक मिल की मशीनों व लकड़ियों को हटाने में कामयाब नहीं हो सके. बेशकीमती शीशम सहित अन्य प्रजाति के लकड़ी जब्त की गयी.
अवैध आरा मिल का संचालन नहीं होने देंगे : डीएफओ
डीएफओ ने कहा कि अवैध आरा मिल का संचालन नहीं होने दिया जायेगा. बताया कि पूर्व में भी बेंगाबाद से कई आरा मिल उखाड़े गये हैं. हाल में मानजोरी पंचायत के चकरदहा गांव से भी एक मिल को उखाड़ा गया है. लगातार कार्रवाई के बाद भी कुछ स्थानों पर अवैध मिल के संचालन की जानकारी मिली है, जिसे जल्द ही ध्वस्त किया जायेगा. अभियान में प्रभारी वनपाल दीवाकर तांती, वनरक्षी दीपक दास, पप्पू शर्मा, नीरज उपाध्याय के अलावा गिरिडीह रेंज ऑफिस के कर्मी शामिल थे.
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