बेंगाबाद प्रखंड की चित्तमाडीह पंचायत के नावाहार गांव के डीलर ग्रीन कार्डधारकों को सड़ा हुआ चावल का वितरण कर रहे हैं. रविवार को अनाज उठाव करने आये कार्डधारकों को जब सड़ा हुआ चावल मिला, तो उन्होंने आपत्ति जतायी और आक्रोश व्यक्त किया. इस पर डीलर ने बताया जो अनाज गोदाम से आपूर्ति की गयी है, उसका वितरण किया जा रहा है. जब गोदाम से ही खराब चावल आवंटित किया गया है तो वह क्या कर सकता है. डीलर के जवाब से परेशान कार्डधारकों ने उसी चावल का उठाव कर चले गये. वहीं, कई कार्डधारियों ने अनाज लेने से साफ मना कर दिया. कार्डधारकों के अनुसार रविवार को डीलर रामेश्वर मरांडी अनाज का वितरण कर रहे थे. चावल में नमी के साथ साथ उसका रंग भी काला हो चुका था. सड़ा हुआ चावल देखकर कार्डधारियों ने डीलर से सवाल किया. इसपर डीलर ने बताया आपूर्ति विभाग के गोदाम से यही चावल मिला है. उसने दूरभाष पर एजीएम से इसकी शिकायत भी की, लेकिन कोई पुख्ता जवाब नहीं मिला. एक सप्ताह पूर्व केंद्रीय टीम ने अनाज के रख-रखाव पर उठाया था सवाल बता दें कि एक सप्ताह पहले केंद्रीय टीम ने गोदाम का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान गोदाम में अनाज की रखरखाव की व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए एजीएम को जिम्मेदार ठहराया और शो-कॉज करने का निर्देश दिया था. कहा था कि यहां अनाज रखने की बेहतर व्यवस्था में नहीं है. टीम ने गरीबों को वितरण करने वाले अनाज की गुणवत्ता प्रभावित होने की आशंका जतायी थी. कहा था बरसात में अनाज के रख-रखाव में विशेष सावधानी बरतनी है. इधर, सड़ा हुआ चावल डीलर को वितरण के लिए उपलब्ध करा देो पर रखरखाव में लापरवाही सामने आ गयी. क्षेत्र के कई डीलरों के पास भी इसी तरह का चावल पहुंची है. डीलर बिना गोदाम में अनाज देखे और वजन कराये ही फोन से आवंटन प्राप्त करते हैं. इसके कारण कार्डधारियों से दो किलो अनाज की कटौती की जाती है. इधर, डीलर संघ के प्रखंड अध्यक्ष किशोर सिंह ने कहा संबंधित दुकानदार संघ के पास मामला रखें, इसके बाद आवश्यक पहल की जायेगी.
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