कृषि और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने के लिए कृषि पशुपालन व सहकारिता विभाग (उद्यान प्रभाग) की ओर से अनुमंडल कृषि फार्म, पचंबा में जिला स्तरीय मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण में किसानों, उद्यमियों और मधुमक्खी पालन में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को नयी तकनीकों और व्यावसायिक अवसरों की जानकारी दी गयी. शहद उत्पादन की विधियां व गुणवत्ता नियंत्रण, मधुमक्खियों के स्वास्थ्य प्रबंधन और रोग नियंत्रण के उपाय और विपणन व ब्रांडिंग की जानकारी रणनीति पर विशेषज्ञों की टीम ने जानकारी दी.
रोजगार के नये अवसर देता है
जिला उद्यान पदाधिकारी वरुण कुमार ने बताया मधुमक्खी पालन ना केवल शहद उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह फसलों के परागण में भी अहम भूमिका निभाता है. यह कार्यक्रम रोजगार के नये अवसर पैदा करने और किसानों की आय में वृद्धि करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है. इस वित्तीय वर्ष इस योजना से 13 किसानों को प्रशिक्षित कर इन्हें मधुमक्खी पालन हेतु आवश्यक सभी अवयवों को उपलब्ध कराया जाना है. मौके पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, पौधा संरक्षण पदाधिकारी, मृदा रसायनज्ञ, उद्यानिकी विशेषज्ञ प्रज्ञा सुमन, उद्यान मित्रों के साथ विभिन्न प्रखंडों के 150 किसानों ने भाग लिया.
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