मृतका रानी देवी के पिता मुन्ना तुरी ने बताया कि डिलीवरी जमुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई थी. डिलीवरी के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी तो उसे धनबाद रेफर कर दिया गया. इसके बाद एम्बुलेंस के जरिए ले जाने के दोरान एम्बुलेंस चालक ने सुझाव दिया कि महिला को किसी निजी अस्पताल में भर्ती करें जहां बेहतर इलाज मिलेगा. इसके बाद उसे पचंबा थाना क्षेत्र के बोड़ो स्थित कल्याण हॉस्पिटल ले गये. इसके बाद अस्पताल में भर्ती करने के कुछ ही समय बाद उसकी हालत और बिगड़ गयी और एक घंटे के भीतर उसकी मौत हो गयी.
अधिक खून बहने पर धनबार रेफर किया था
बताया गया कि प्रसव के दौरान अधिक खून बहने से स्थिति गंभीर थी और डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए धनबाद रेफर करने की सलाह दी थी. महिला की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. सूचना पर पचंबा थाना प्रभारी राजीव कुमार व जेएलकेएम के केंद्रीय सचिव नगेंद्र चंद्रवंशी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की.भर्ती किये जाने के कुछ ही देर बाद हो गयी थी महिला की मौत
हंगामे के बीच परिजनों ने मुआवजे की मांग की जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन और मृतका के परिजनों के बीच वार्ता हुई. अस्पताल के संचालक कमरुद्दीन अंसारी ने बताया कि महिला को रात 9 बजे के करीब भर्ती किया गया था और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है