10वीं की परीक्षा में स्कूल के 275 विद्यार्थियों ने भाग लिया था, जिसमें से 273 बच्चे सफल रहे. इसमें 271 बच्चों ने प्रथम श्रेणी से सफलता हासिल की है. वहीं दो बच्चे द्वितीय श्रेणी से सफल रहे. दो बच्चों के अनुत्तीर्ण भी होने की सूचना है. कार्मेल स्कूल के पीआरओ निर्मल झा ने बताया कि लगभग 60 प्रतिशत बच्चों ने विशिष्ट स्थान हासिल किया है. वहीं स्कूल के 25 छात्र-छात्राओं ने 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक हासिल किया है.
साइंस में 8, कॉमर्स में 4 और आर्ट्स में पांच बच्चे फर्स्ट
आइसीएसइ 12वीं बोर्ड की परीक्षा में भी कार्मेल स्कूल के बच्चों ने शानदार सफलता हासिल की है. विज्ञान संकाय में कुल 10 बच्चों ने भाग लिया था, जिसमें से 8 बच्चे प्रथम श्रेणी से पास हुए हैं, जबकि दो बच्चे द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं. कॉमर्स संकाय में पांच बच्चों ने परीक्षा दी थी, जिसमें चार बच्चे प्रथम श्रेणी से और एक बच्चा द्वितीय श्रेणी से पास हुआ है. जबकि आर्ट्स संकाय में पांच बच्चों ने परीक्षा दी थी, जिसमें सभी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं.
आईसीएसई बोर्ड परीक्षा: संत जोसेफ के बच्चों का शानदार प्रदर्शन
जमुआ. जमुआ प्रखंड अंतर्गत टिकामगहा स्थित संत जोसेफ के छात्रों ने आइसीएसई बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया है. इस बाबत विद्यालय के प्राचार्य फादर स्टीफन ने बताया कि इस वर्ष पहली बार सत्र 2024 -25 में विद्यालय से 68 बच्चे आइसीएसई बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुए थे. इसमें शत-प्रतिशत छात्रों ने सफलता हासिल की है. रौशन कुमार 95.8 प्रतिशत के साथ प्रथम, अंकित कुमार 92 प्रतिशत अंक के साथ द्वितीय व ऋतिक कुमार 90 प्रतिशत अंक लाकर तीसरे स्थान पर रहे. वहीं 16 छात्रों ने 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किया है.इंजीनियर बनना चाहते हैं 12वीं साइंस के टॉपर शुभम
गिरिडीह के कार्मेल स्कूल के छात्र शुभम सिंह ने इंटरमीडिएट परीक्षा में 90.25 प्रतिशत अंक हासिल कर स्कूल टॉप किया है. शुभम ने 11वीं कक्षा में कार्मेल स्कूल में एडमिशन लिया था और साइंस विषय के साथ अपनी पढ़ायी शुरू की थी. उन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया. शुभम मूल रूप से गिरिडीह के भरकट्टा ओपी अंतर्गत बलिडीह गांव के रहने वाले हैं. वे गिरिडीह शहरी क्षेत्र स्थित झंडा मैदान के समीप एक किराए के कमरे में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे थे. उनके पिता विनोद कुमार सिंह फल और सब्जी बेचकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं, जबकि उनकी मां निशा देवी गृहिणी हैं. शुभम ने बताया कि 10वीं तक की पढ़ाई उन्होंने अपने गांव के स्कूल से की थी. शुभम ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और दोस्तों को दिया है. उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद उनका परिवार हमेशा उनके साथ खड़ा रहा जिससे उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरणा और सहयोग मिला. शुभम ने बताया कि वे अब जेइइ की तैयारी करना चाहते हैं. ताकि एक सफल इंजीनियर बन सकें. उनकी इस उपलब्धि से स्कूल और परिवार में खुशी का माहौल है.
सिविल सेवा में जाना चाहते हैं विश्वा बंधु
कार्मेल स्कूल के छात्र विश्वा बंधु ने आर्ट्स विषय में 74.75 प्रतिशत अंक प्राप्त कर अपने स्कूल में टॉप किया है. विश्वा ने नर्सरी क्लास से ही कार्मेल स्कूल में पढ़ाई की शुरुआत की थी और लगातार मेहनत व लगन से आगे बढ़ते रहे. इस सफलता से न सिर्फ वह, बल्कि उनका पूरा परिवार भी बेहद खुश है. विश्वा गिरिडीह शहर के भंडारीडीह वार्ड नंबर 28 के रहने वाले हैं. उनके पिता महेश राम भाजपा नेता हैं जो पूर्व में जेवीएम पार्टी के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं. उनकी माता अनीता देवी एक गृहिणी हैं. विश्वा ने बताया कि उनका सपना सिविल सर्विसेज में जाकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है. उनका मानना है कि सिविल सेवा ही ऐसा माध्यम है जिससे वे संविधान के दायरे में रहकर समाज में असमानता और अन्याय को दूर करने में योगदान दे सकते हैं. वे आगे की पढ़ाई दिल्ली से ग्रेजुएशन कर पूरी करने की योजना बना रहे हैं. विश्वा के परिवार में शिक्षा का माहौल है. उनकी बड़ी बहन प्रियंका कुमारी रांची से बीटेक कर चुकी है और आगे की पढ़ाई में जुटी हैं, वहीं उनके बड़े भाई विश्वजीत ने भी रांची से ही अपनी शिक्षा प्राप्त की है. विश्वा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और दोस्तों को दिया है और कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है, उनका असली लक्ष्य अब सिविल सेवा में चयन पाना है.
आइटी क्षेत्र में जाने का सपना लेकर आगे बढ़ रहे हैं मोहित राज
कार्मेल स्कूल के मेधावी छात्र मोहित राज ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में 98 प्रतिशत अंक प्राप्त कर स्कूल टॉप किया है. उनकी इस शानदार उपलब्धि से स्कूल, परिवार और उनके शिक्षक गौरवान्वित हैं. मोहित ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है. मूल रूप से बिहार के रोहतास जिले के रहने वाले मोहित के पिता सूर्यकांत रेलवे में स्टेशन मास्टर के पद पर कार्यरत हैं. उनकी पोस्टिंग गिरिडीह के सेनादोनी रेलवे स्टेशन पर होने के बाद, मोहित का परिवार पचंबा के कृष्णा नगर में किराए के मकान में रहने लगा. मोहित ने पांचवीं कक्षा से ही कार्मेल स्कूल में पढ़ाई शुरू की थी और अब 10वीं में टॉप करके स्कूल का नाम रौशन किया है. मोहित ने बताया कि उनका सपना शुरू से ही आईटी फील्ड में जाने का रहा है. इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए वे अब कोटा में रहकर जेईई की तैयारी में जुट गए हैं. उनका लक्ष्य है कि वे प्रतिष्ठित आईआईटी संस्थानों में दाखिला लेकर देश की तकनीकी प्रगति में योगदान दें.
अक्षता ने सेल्फ स्टडी कर प्राप्त किया तीसरा स्थान
कार्मेल स्कूल की छात्रा अक्षता रंजन ने 10वीं की परीक्षा में 96.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर स्कूल में तीसरा स्थान हासिल किया है. अक्षता ने बताया कि वह गिरिडीह के पचंबा स्थित कृष्णा नगर की रहने वाली है. उन्होंने यह सफलता पूरी तरह से सेल्फ स्टडी के जरिए हासिल की है, बिना किसी ट्यूशन या कोचिंग के. अक्षता के पिता संजीव रंजन बिहार में एक एनजीओ संचालित करते हैं, जबकि उनकी मां अभिरुचि पेशे से नेत्र चिकित्सक हैं. अक्षता ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और अपनी छोटी बहन अक्षरा रंजन को दिया है. उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना है. अक्षता कक्षा चार से ही कार्मेल स्कूल में पढ़ाई कर रही हैं और शुरू से ही पढ़ाई में रुचि रखती है. उनका मानना है कि अनुशासन, नियमितता और आत्मविश्वास के साथ पढ़ाई की जाए तो किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है.
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