हाथियों ने परमेश्वर महतो की बारी में लगे फलों से लदे आम के पेड़ व केला के पौधे उखाड़ दिया. वहीं, करैला, कद्दू, नेनुआ की फसल को को रौंद दिया. गांव के ही लाखो महतो के खेत में सब्जी को हाथी चट कर गये. साथ ही चहारदीवारी भी तोड़ दिया. इससे करीब एक लाख रुपये की सब्जी और फल का नुकसान हुआ है.
दो माह बाद पहुंचा झुंड
हाथियों का झुंड फसलों को रौंदते हुए सोमवार की सुबह बगोदर वन क्षेत्र के अडवारा की ओर चला गया. मुखिया प्रमिला देवी ने नुकसान का जायजा ने लिया है. उन्होंने वन विभाग से भुक्तभोगी किसानों के हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा देने की बात कही है. बता दें कि दो माह के बाद एक बार फिर बगोदर इलाके में हाथियों का झुंड पहुंचा है. इससे किसानों में चिंता सताने लगी है.
खेतों में अभी लगी हुई है जेठुआ फसल
खेतों में अभी जेठुआ फसल लगी हुई है. हाथी फसलों को नुकसान पहुंचायेंगे, तो उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा. बताया हाथियों का झुंड बगोदर-सरिया के अंबाडीह इलाके से प्रेश किया है. दिन भर जंगल में रहने के बाद रात में भोजन व पानी की तलाश में झुंड बाहर निकलता है और फसलों को नुकसान पहुंचाता है.पीड़ितों ने की है मुआवजे की मांग
भुक्तभोगी किसानों ने बताया कि नुकसान की सूचना वन विभाग को दी गयी है. उन्होंने विभाग से मुआवजा देने की मांग की है. मालूम रहे कि अटका इलाके में बीते जनवरी में हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया था. झुंड ने घर व चहारदीवारी तोड़ दिया था. इससे प्रभावित लोगों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है