भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे ने कहा कि आदिवासी नेता सूर्या हांसदा के फर्जी एनकाउंटर की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर 11 सितंबर को जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों में भाजपा की ओर से घेराव कार्यक्रम किया जायेगा. इसके अलावा नगड़ी के आदिवासी रैयत से रिम्स-टू के लिए जमीन छीनने की साजिश का भी विरोध किया जायेगा. उक्त बातें श्री दुबे ने जारी एक प्रेस बयान में कही है. श्री दुबे ने बताया कि सभी मंडल अध्यक्ष अपने-अपने प्रखंड के अंतर्गत समन्वय स्थापित करते हुए कार्यकर्ताओं के साथ झंडा व बैनर लेकर प्रखंड मुख्यालय का घेराव करेंगे.
कार्यक्रम प्रभारियों का किया गया मनोनयन
इस कार्यक्रम को लेकर प्रभारियों का मनोनयन किया गया है. इस नीमित बीरेंद्र तिवारी, बनारस सिंह एवं सुरेश हाजरा को देवरी, महेंद्र वर्मा, संजय हाजरा व राजेंद्र यादव को जमुआ, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य लक्ष्मण प्रसाद सिंह, उदय सिंह, पवन साव व कृष्णदेव रजक को धनवार, श्रीराम यादव व प्रह्लाद सिंह को गावां, अशोक उपाध्याय, मनोज यादव व रामचंद्र ठाकुर को तिसरी, रीता प्रसाद व बबलू मंडल को सरिया, महेश मिश्रा को बगोदर, छोटेलाल यादव व लक्ष्मण दास को बिरनी, प्रदीप साहू, कामाख्या गिरि, प्रदीप जैन व सुरेंद्र साव को डुमरी, दिनेश यादव, नुनूलाल मरांडी, बिनय शर्मा, श्याम प्रसाद व सिकंदर हेंब्रम को पीरटांड़, सुरेश साव, चुन्नूकांत, विनय कुमार सिंह, संदीप डंगाईच, नवीन सिन्हा, प्रो. विनीता कुमारी व संगीता सेठ को गिरिडीह नगर, यदुनंदन पाठक, प्रो. जय प्रकाश वर्मा व मुनिया देवी को गांडेय तथा दिलीप वर्मा, रामप्रसाद यादव व महेंद्र वर्मा को बेंगाबाद का प्रभारी बनाया गया है.
राज्य की स्थिति बदतर, विधि व्यवस्था ध्वस्त : जिलाध्यक्ष
भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे ने कहा कि संवेदनहीन हेमंत सरकार में राज्य की स्थिति दिनोंदिन बद से बदतर होती जा रही है. राज्य की विधि-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. अपराधी, माफिया, दलाल व बिचौलियों ने पूरे सरकारी तंत्र पर कब्जा जमा लिया है. इनका विरोध करने पर नृशंस हत्या, बिना कारण मुकदमे, धमकी, फिरौती जैसी सजा सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ताओं को भुगतने के लिए विवश होना पड़ रहा है. सरकारी रजिस्टर में दर्ज आंकड़े बता रहे हैं कि राज्य में प्रतिमाह पांच हजार से अधिक हत्या, लूट, बलात्कार, डकैती जैसी आपराधिक मामले घटित हो रहे हैं. श्री दुबे ने कहा कि सूर्या हांसदा एनकाउंटर फर्जी है. इसकी सीबीआइ जांच होनी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

