मोतीलेदा पंचायत के सिजुआ गांव में एक विधवा महिला के साथ नजदीकी बढ़ने के बाद गांव के ही युवक अजीत कोल ने मई माह में शादी रचा ली. शादी के बाद उक्त महिला और उसके दोनों बच्चों को भी अपने साथ रखने लगा. इधर कुछ दिनों बाद दहेज में एक लाख रुपये की मांग करने लगा. मांग पूरी नहीं होने पर रविवार को उसे घर से निकाल दिया. पीड़िता ने बेंगाबाद थाना में आवेदन देकर पुलिस से कार्रवाई की मांग की है. आवेदन में महिला ने कहा है कि उसकी शादी सिजुआ गांव के मंगरू कोल के साथ वर्ष 2012 में हुई थी. इस बीच दो संतान का जन्म हुआ. वर्ष 2023 में उसके पति की मौत हो गयी. पति की मौत के बाद उसके साथ अजीत कोल बातचीत शुरू की और शादी की बात बताकर उसके साथ नजदीकी बढ़ायी.
मई में हुई थी दोनों की शादी
अजीत ने उसके साथ मई माह में शादी की और अपने घर ले गया. महिला ने बताया कि कुछ दिन के बाद उसके पति, सास और ससुर दहेज में एक लाख रूपया की मांग करने लगे. जब उसने बताया कि उसके पिता की पूर्व में मौत हो चुकी है और घर की स्थिति ठीक नहीं है तब भी उसके साथ कोई रहम नहीं किया. इस दौरान उसका पति घर छोड़कर एक रिश्तेदार के घर चला गया और उससे बातचीत बंद कर दिया. इधर रविवार को बच्चों के साथ उसे घर से सास-ससुर ने निकाल दिया और घर घुसने पर जान से मारने की धमकी दी. परेशान होकर थाना में आवेदन देकर पुलिस से मदद की फरियाद की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

