मुफस्सिल थाना इलाके के बिट्टा गडहा के समीप की घटना
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गिरिडीह-डुमरी मार्ग पर सड़क के किनारे धंसी जमीन, बना 15 फीट गहरा गोफ
मुफस्सिल थाना इलाके के बिट्टा गडहा के समीप की घटना इसी रास्ते से होकर गिरिडीह के लोग जाते हैं बगोदर, रांची घटनास्थल के समीप है घनी आबादी व स्कूल गिरिडीह : गिरिडीह-डुमरी सड़क (एनएच 114 ए) पर बिट्टा गडहा के पास गुरुवार सुबह गोफ बन गया है. लगभग पांच फीट चौड़ाई व 15 फीट गहराई […]
इसी रास्ते से होकर गिरिडीह के लोग जाते हैं बगोदर, रांची
घटनास्थल के समीप है घनी आबादी व स्कूल
गिरिडीह : गिरिडीह-डुमरी सड़क (एनएच 114 ए) पर बिट्टा गडहा के पास गुरुवार सुबह गोफ बन गया है. लगभग पांच फीट चौड़ाई व 15 फीट गहराई में जमीन धंसी है. सुबह टहलने निकले स्थानीय लोगों की नजर इसपर पड़ी तो दहशत फैल गयी. इसके बाद कुछ लोगों ने धंसान स्थल के चारों ओर पत्थर रख दिया और एक झंडा भी गाड़ दिया, ताकि कोई दुर्घटनाग्रस्त न हो जाये.
लोगाें ने मामले की सूचना स्थानीय प्रशासन को दे दी है. बता दें कि गिरिडीह होकर बगोदर, रांची जानेवाली गाड़ियां इसी सड़क से गुजरती हैं. रोजाना हजारों लोगों का आवागमन इस रास्ते से होता है. घटनास्थल से करीब 300-400 मीटर की दूरी पर सीसीएल डीएवी स्कूल, जोगीटांड़ बस्ती, मुफस्सिल थाना है. सैंकड़ों वाहन इससे होकर रोजाना गुजरते हैं, लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं है.
लोगों का कहना है कि 12 वर्षों से यह स्थिति बन रही है, लेकिन प्रशासन इस मामले का निदान नहीं निकाल पा रहा है.
एक ही स्थान पर बार-बार भू-धंसान, विभाग को फिक्र नहीं : बता दें कि जिस स्थान पर गुरुवार को गोफ बना है वहां पहले भी भू-धंसान होती रही है. वर्ष 2007 से 2017 के बीच आधा दर्जन बार यहां धंसान की घटना घटी है. बावजूद इस समस्या का हल नहीं निकाला जा सका है. यहां पहली बार वर्ष 2007 में भू धंसान हुई थी. तब मुख्य मार्ग का बड़ा हिस्सा जमींदोज हो गया था. एक बाइक भी क्षतिग्रस्त हुई थी, जबकि कई राहगीर बच गये थे. इसके बाद सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के सहयोग से जिला प्रशासन ने इस स्थान की मरम्मत की गयी थी. लगभग एक माह तक इस पथ पर आवागमन बंद था. इसके बाद वर्ष 2011 में एक बार पुन: पथ कि किनारे का हिस्सा धंसान की चपेट में आया तो आनन-फानन में पथ निर्माण विभाग ने सीसीएल के सहयोग से मरम्मत की थी.
दो वर्ष बाद 2013 में और 2014 में भी भू धंसान हुई. हर बार पथ निर्माण विभाग यही कहता रहा कि इस पथ को पूर्णत: ठीक कर दिया जायेगा. यही स्थिति 2015 में पुन: बनी तो विभाग ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि सड़क अब एनएच के हवाले कर दी गयी है. बाद में पुन: सीसीएल के मदद से पथ की मरम्मत की गयी. वर्ष 2017 में इसी स्थान पर धंसान हुई तो एनएच ने धंसान स्थल पर ट्रैक्टर से मिट्टी डालकर इतिश्री कर ली. वहीं पिछली बरसात में भी यहां मिट्टी डाल दी गयी.
विधायक ने लिया जायजा : गुरुवार की सुबह स्थानीय विधायक निर्भय कुमार शाहबादी भी घटनास्थल पहुंचे. उन्होंने कहा कि इस समस्या के पूर्णत: समाधान के लिए एनएच के साथ-साथ सीसीएल के पदाधिकारियों से बात की जायेगी. अभी इस स्थान के चारों तरफ घेराबंदी करने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया गया है.
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