गिरिडीह/देवरी : फर्जी कागजात तैयार कर निजी कंपनी को 138 एकड़ जमीन बेचने के मामले में नौ वर्ष पूर्व देवरी थाना में दर्ज प्राथमिकी के नामजद अभियुक्त दिलीप महथा को देवरी पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. दिलीप को अदालत में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे गिरिडीह जेल भेज दिया गया.
दिलीप महथा देवरी के तत्कालीन सीओ थे. 2014 में रिटायर होने के बाद से वह देवघर में रह रहे थे. गिरफ्तारी गुरुवार की सुबह देवघर स्थित घर से की गयी. इसी मामले में पुलिस ने नामजद अभियुक्त तत्कालीन राजस्व कर्मचारी मनसा सोरेन को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
फर्जी कागजात तैयार कर बेची थी निजी जमीन
वर्ष 2007 से 2009 के बीच देवरी, जमुआ इलाके में सैकड़ों एकड़ जमीन की बिक्री निजी कंपनियों को की गयी थी. इस दौरान देवरी अंचल के बैरिया मौजा की 138 जमीन एक कंपनी को बेच दी गयी थी.
इस मामले को लेकर पांच अप्रैल 2009 को बैरिया मौजा के रैयत बैरिया गांव निवासी बलबीर तुरी ने उनकी जमीन का फर्जी कागजात तैयार कर कुछ लोगों द्वारा बेचे जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. कांड संख्या 59/09 में आवेदक का कहना था कि उनकी जमीन की बिक्री फर्जी कागजात के सहारे की गयी है. इस मामले में 17 लोगों को नामजद किया गया था.
इन लोगों पर है आरोप
बलबीर ने कांड में जमीन खरीद-बिक्री करने वाले मेसर्स जेएसए पावर लिमिटेड के नागेश्वर चौधरी (अशोक नगर, रांची) मिराज आलम (सुदामडीह, धनबाद), राजेश हाजरा (बेहराबाद, जमुआ), कुनन शेख (अमलाटांड, गोविन्दपुर), मनोज कुमार यादव (रंगाटांड़ रेलवे कॉलोनी, धनबाद), नवीन चौरसिया (लक्ष्मी मुहल्ला, गिरिडीह), समसुल आलम (बुढ़ियाखाद), देवरी के तत्कालीन सीओ दिलीप महथा, राजस्व कर्मचारी मनसा सोरेन, शिव कुमार सिंह (पहाड़पुर, तिसरी), गेंदालाल सिंह (सिकरुडीह, देवरी), महाराज सिंह, रामप्रसाद सिंह, शान्ति देवी, रंजीत सिंह, बैरिया गांव के लालबिहारी यादव व धनेश्वर मंडल को आरोपी बनाया था. इन सबके विरुद्ध फर्जी कागजात तैयार करवाकर जमीन बेचने का आरोप था. मामले में तत्कालीन अंचलाधिकारी पर फर्जी कागजात पर एलपीसी (लैंड पजेसन सर्टिफिकेट) देने का आरोप था.
छह अारोपी अब भी हैं फरार
इधर, देवरी के थाना प्रभारी उत्तम कुमार उपाध्याय ने बताया कि इस मामले में नौ अभियुक्तों के खिलाफ पूर्व में चार्जशीट की जा चुकी है. नामजद राजस्व कर्मचारी को बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया तो रिटायर्ड सीओ गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. अभी इस कांड में बाकी छह की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है.
- फर्जी कागजात बना कंपनी को 138 एकड़ जमीन बेचने का मामला
- वर्ष 2009 में रैयत ने देवरी थाना में दर्ज करायी थी प्राथमिकी
- 17 हैं नामजद, गिरिडीह-धनबाद और रांची के रहनेवाले हैं आरोपी
- 2014 में रिटायर के बाद देवघर में रह रहे थे पूर्व सीओ