पुश्तैनी धंधा बताकर बिना डिग्री के दो महिलाएं कर रही थीं पाइल्स का इलाज
जिले में बिना लाइसेंस चल रहे क्लिनिक और फर्जी इलाज केंद्रों पर शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की. इस कार्रवाई में एक फर्जी इलाद केंद्र व एक बिना लाइसेंस के क्लिनिक को सील किया गया. श्री बंशीधर नगर के मुख्य मार्ग पर दो महिलाएं मिलकर एक क्लिनिक में पाइल्स का इलाज कर रही थीं. सेंटर पर मरीजों की भीड़ लगी थी और इलाज के नाम पर प्रत्येक मरीज से 14 से 16 हजार रुपये वसूले जा रहे थे. जानकारी मिलने पर सिविल सर्जन डॉ जान एफ केनेडी स्वयं मरीज बनकर वहां पहुंचे. पूछताछ में मामला सही पाया गया. जब दोनों महिलाओं से चिकित्सकीय डिग्री दिखाने को कहा गया तो वे कोई प्रमाणपत्र प्रस्तुत नहीं कर सकीं. उनका कहना था कि पाइल्स का इलाज उनका पुश्तैनी धंधा है, इसलिए वे यह कार्य कर रही हैं. इसके बाद सिविल सर्जन ने अनुमंडल पदाधिकारी प्रभाकर मिर्धा को बुलाकर क्लिनिक को तत्काल सील करा दिया. वहीं दूसरी ओर श्री बंशीधर नगर अनुमंडलीय मुख्यालय स्थित एक डेंटल क्लिनिक को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सील कर दिया. सिविल सर्जन डॉ जान एफ केनेडी के नेतृत्व में टीम जांच के लिए निकली थी. इसी दौरान श्री बंशीधर नगर के मुख्य मार्ग पर बाबा बंशीधर डेंटल क्लिनिक की टीम ने जांच की, जिसका संचालन डॉ शशि शेखर चौधरी कर रहे थे. जब टीम क्लिनिक पहुंची तो वहां कोई मरीज नहीं था, केवल डॉ चौधरी बैठे थे. उनसे लाइसेंस दिखाने को कहा गया तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की और स्वीकार किया कि उन्हें क्लिनिक संचालन के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होने की जानकारी नहीं है. इस पर सिविल सर्जन डॉ केनेडी ने तत्काल क्लिनिक को बंद करने का निर्देश दिया और हिदायत दी कि जब तक लाइसेंस निर्गत न हो, संचालन नहीं किया जाये.
भवनाथपुर में भी भागे अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालक
श्री बंशीधर नगर में जांच के बाद टीम भवनाथपुर भी पहुंची. टीम को देखते ही कई अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालक अपने-अपने केंद्र बंद कर मौके से फरार हो गये. सिविल सर्जन डॉ केनेडी ने कहा कि आमजनों की स्वास्थ्य सुविधा के मद्देनजर यह अभियान चलाया जा रहा है, ताकि जिले में मानक के अनुरूप ही निजी क्लिनिक और सेंटरों का संचालन हो.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

