प्रतिनिधि, कांडी. कांडी प्रखंड अंतर्गत रानाडीह पंचायत के सोहगाड़ा गांव में बिजली विभाग की घोर लापरवाही के कारण एक परिवार की जान हर पल जोखिम में है. यहां के निवासी मुंद्रिका राम के घर के ठीक बीचों-बीच 11,000 वोल्ट करंट प्रवाहित करने वाला बिजली का पोल खड़ा है. खंभे के सहारे घर और आंगन के ऊपर से हाई वोल्टेज तार झूलता हुआ गुजर रहा है, जो कभी भी जानलेवा हादसे का कारण बन सकता है. 40 साल पुराना खंभा, तार झुक कर नीचे तक पहुंचा यह खंभा करीब 40 वर्ष पहले विभाग ने लगाया था. अब न तो खंभा सुरक्षित है और न ही तार. तार की ऊंचाई इतनी कम हो चुकी है कि वह घर की छत और आंगन से बेहद करीब से गुजरता है. मुंद्रिका राम ने बताया कि कई बार तार टूटकर गिर चुका है, लेकिन सौभाग्यवश अब तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. शिकायतों के बाद भी विभाग मौन मुंद्रिका राम ने 25 जनवरी 2024 को बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता को लिखित आवेदन देकर खंभा हटाने की गुहार लगायी थी. इसके अलावा रांची स्थित हेल्पलाइन पर भी कई बार फोन कर शिकायत दर्ज करवा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. लगभग 18 महीने बीत चुके हैं, लेकिन विभाग ने मामले पर कोई संज्ञान नहीं लिया. बिजली सुरक्षा मानकों का हो रहा उल्लंघन बिजली सुरक्षा के मानकों के अनुसार 11 हजार वोल्ट की लाइन बस्ती, घर या मानव आवास से सुरक्षित दूरी पर होनी चाहिए. लेकिन सोहगाड़ा गांव में यह नियम खुलेआम टूट रहा है. न केवल मुंद्रिका राम, बल्कि गांव के कई अन्य घरों के ऊपर से भी यह खतरनाक लाइन गुज़र रही है. कांडी प्रखंड के अन्य गांवों में भी यही स्थिति स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या सिर्फ सोहगाड़ा तक सीमित नहीं है. कांडी प्रखंड के कई गांवों और टोलों में 11 हजार वोल्ट की लाइनें घरों और बस्तियों के ऊपर से गुजर रही हैं, जिससे हमेशा दुर्घटना का खतरा बना रहता है. जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से गुहार मुंद्रिका राम समेत ग्रामीणों ने जिला प्रशासन, बिजली विभाग और जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि इस खतरनाक स्थिति को तत्काल सुधारा जाये. संबंधित पोल को हटाकर सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए और पूरे क्षेत्र की बिजली व्यवस्था का सुरक्षा ऑडिट कराया जाये.
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