मां भगवती पूजा समिति राजकमल तिवारी, गढ़वा शहर के चिनिया रोड स्थित नाहर चौक पर पिछले 12 वर्षों से मां भगवती पूजा समिति के तत्वावधान में पंडाल का निर्माण कर विधि-विधान के साथ पूजा का आयोजन किया जा रहा है. इस वर्ष भी समिति ने पूजा की तैयारियों को विशेष रूप दिया है. इस बार का आकर्षण यहां बन रहा भव्य पंडाल है, जिसका प्रारूप कोलकाता स्थित प्रसिद्ध काली मंदिर पर आधारित है. पांच लाख की लागत से बनेगा पंडाल समिति के लोगाें ने बताया कि इस बार लगभग पांच लाख रुपये की लागत से बन रहे इस पंडाल को बंगाल से आये कारीगरों की टीम दिन-रात मेहनत कर तैयार कर रही है. पूजा समिति के उपाध्यक्ष अनुज सिंह ने बताया कि पूजा को लेकर सारी तैयारियां शुरू कर दी गयी है. उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है. समिति की ओर से धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. विशेष रूप से सप्तमी तिथि को भक्ति जागरण का आयोजन होगा, जिसमें स्थानीय और बाहरी कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. वहीं नवमी तिथि को भव्य भंडारा का आयोजन किया जायेगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है. झांसी के प्रवचनकर्ता देंगे धार्मिक संदेश समिति ने जानकारी दी कि इस वर्ष प्रवचन का आयोजन भी बड़े स्तर पर किया जा रहा है. झांसी (उत्तर प्रदेश) से आए प्रवचनकार एकम तिथि से लेकर नवमी तक प्रतिदिन प्रवचन देंगे. धार्मिक प्रवचनों के माध्यम से समाज को जागरूक करने और धार्मिक एकता का संदेश देने का प्रयास किया जायेगा. विकेश तिवारी को अध्यक्ष बनाया गया पूजा के सफल संचालन के लिए एक कमेटी का गठन भी किया गया है. इसमें विकेश तिवारी को अध्यक्ष और अरविंद दुबे को सचिव बनाया गया है. उपाध्यक्ष पद पर आशुतोष पांडेय, अनुज सिंह, नवीन तिवारी, प्रशांत चौबे, आयुष दुबे और कुश शुक्ला को शामिल किया गया है. वहीं कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी भोला चंद्रवंशी को दी गई है. संरक्षक मंडल में रंजय यादव, बबलू यादव, अमरेंद्र पांडेय, प्रदीप पांडेय, अरुण पांडेय और उमेश चंद्रवंशी को रखा गया है. पूजा की व्यवस्था सुचारू रूप से संपन्न कराने हेतु शुभम तिवारी और राहुल यादव को व्यवस्था प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. आकर्षण का केंद्र होगा इस बार का पंडाल पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि इस बार का पंडाल श्रद्धालुओं के लिए खास आकर्षण का केंद्र होगा. काली मंदिर के भव्य स्वरूप को देखते ही श्रद्धालु खुद को कोलकाता की धार्मिक वातावरण में महसूस करेंगे. वहीं पूजा पंडाल और प्रतिमा की सुरक्षा एवं व्यवस्था के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं.मां भगवती पूजा समिति का यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि इसमें स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी भी होती है. श्रद्धालु नवरात्र के नौ दिनों तक पंडाल में आकर मां भगवती की आराधना करेंगे और धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेंगे. नाहर चौक का यह भव्य आयोजन पूरे गढ़वा जिले में चर्चित रहता है और हर वर्ष की भांति इस बार भी यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

