रमकंडा. गढ़वा जिले के रमकंडा प्रखंड मुख्यालय स्थित हरिजन टोला शिव मंदिर से खूंटी टोला होते हुए प्रखंड मुख्यालय तक सड़क निर्माण योजना की शुरुआत हुई है. मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत इस सड़क निर्माण में इन दिनों जीएसबी (गिट्टी और डस्ट का मिक्सचर) बिछाने का काम हो रहा है. लेकिन जिस डस्ट और गिट्टी के मिश्रण को कनीय अभियंता पंकज कुमार ने प्रतिबंधित कर दिया. संवेदक की ओर से कनीय अभियंता के निर्देशों का उल्लंघन कर यही प्रतिबंधित मिश्रण सड़क पर बिछाया जा रहा है. शुक्रवार को उक्त सड़क निर्माण की पड़ताल के बाद इसका खुलासा हुआ. उल्लेखनीय है कि 4.68 करोड़ की लागत से उक्त सड़क का निर्माण किया जाना है. पड़ताल में पाया गया कि सड़क पर बिछाये गये जीएसबी की मोटाई मानक के अनुरूप छह इंच से कम है. वहीं इसमें नाममात्र का गिट्टी है तथा ज्यादातर डस्ट मिलाया गया है. पड़ताल में पाया गया की बगैर पानी मिलाये इसे सड़क पर बिछाकर छोड़ दिया जा रहा है. रोलर मशीन से इसे दबाया नही जा रहा. जबकि नियमत: जीएसबी बिछाकर इसे रोलर मशीन से दबाया जाना चाहिए.. गिट्टी 75 प्रतिशत व डस्ट 25 प्रतिशत होना चाहिए विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सड़क निर्माण में बिछाने वाले जीएसबी में करीब 25 प्रतिशत डस्ट और 75 प्रतिशत गिट्टी का मिश्रण होना चाहिए. इसे सड़क पर मानक के अनुरूप मोटाई में बिछाकर तत्काल उसे रोलर मशीन से दबाया जाना है. सड़क निर्माण में लगे मजदूरों ने बताया कि निर्माण कार्य देखने अब तक कोई भी अधिकारी स्थल पर नही आया है. इसकी जांच करेंगे : कनीय अभियंता इस संबंध में पूछे जाने पर कनीय अभियंता पंकज कुमार ने कहा कि महुआधाम के पास स्टॉक किये गये जीएसबी मिश्रण में मानक के अनुरूप डस्ट और गिट्टी नहीं है. इसका इस्तेमाल प्रतिबंधित करते हुए सड़क निर्माण में इसका उपयोग नहीं करने का निर्देश दिया गया है. इसके बावजूद संवेदक इसका उपयोग कर रहा है. जांच कर कार्रवाई होगी.
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