प्रतिनिधि, भंडरिया प्रखंड के नौका परबन बाबा देव स्थल में करमा पूजा परंपरागत रीति-रिवाज और हर्षोल्लास के साथ की गयी. भादो मास की एकादशी तिथि को आयोजित इस पर्व की शुरुआत दाढ़ी कुआं से जल उठाने की प्राचीन परंपरा से हुई. महिलाएं और पुरुष श्रद्धालु कलश में जल लेकर गीत-संगीत और नृत्य के बीच बाबा देव स्थल पहुंचे और जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की. इसके बाद करमा वृक्ष (करम डाली) की विशेष पूजा की गयी. बहनों ने अपने भाइयों की लंबी उम्र और समृद्धि की कामना करते हुए उपवास रखा. मुख्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय विधायक आलोक कुमार चौरसिया का समिति की ओर से अंगवस्त्र देकर स्वागत किया गया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि करमा पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने और सामाजिक एकता का संदेश देने वाला पर्व है. मंच संचालन शिक्षक ब्रह्मदेव सिंह ने किया. आयोजन को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष आनंदी सिंह, कोषाध्यक्ष बिरजू सिंह, मुख्य संरक्षक विनय सिंह, सलाहकार जतन सिंह और धनंजय सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही. पारंपरिक नृत्यों से भक्तिमय बना रहा वातावरण पूजा-पाठ के दौरान भजन-कीर्तन और पारंपरिक नृत्यों से वातावरण भक्तिमय बना रहा. महिलाओं ने सामूहिक रूप से करमा गीत गाए, जिनमें भाई की रक्षा और परिवार की खुशहाली की कामनाएं झलक रही थीं. नौका परबन बाबा देव स्थल के अलावा भंडरिया प्रखंड मुख्यालय के टेनटाड़ और जामौती में भी विशेष पूजा-अर्चना आयोजित की गयी. यहां भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और करमा डाली की पूजा की. पूरे दिन श्रद्धालु उत्साहपूर्वक अनुष्ठानों में डूबे रहे, वहीं शाम तक करमा गीतों की गूंज से क्षेत्र का माहौल सांस्कृतिक रंगों में सराबोर हो गया. इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य हिरवंती देवी, प्रखंड प्रमुख रुक्मिणी कुमारी, बड़गड़ प्रखंड प्रमुख शांति देवी, उप प्रमुख श्रद्धा देवी, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश केसरी, कुंवर सिंह, अंबिका सिंह, सुशील सिंहा सहित कई जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण उपस्थित थे.
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