प्रेम संबंध में की थी शादी, दो साल बाद भी नहीं मिला ससुराल का हक प्रतिनिधि, श्रीबंशीधर नगर धुरकी थाना क्षेत्र में पांच वर्ष पुराना प्रेम संबंध एक बार फिर सुर्खियों में है. सगमा गांव के झुनूकिया टोला निवासी अयोध्या राम की पुत्री रीता कुमारी अपने दो छोटे बच्चों के साथ अचानक पति के घर पहुंची तो मामला गंभीर सामाजिक विवाद का रूप लेता दिखा. जानकारी के अनुसार रीता कुमारी और पुतुर गांव के छपरवा टोला निवासी अरविंद प्रजापति के बीच वर्ष 2020 से प्रेम संबंध चल रहा था. नजदीकियां बढ़ीं और 7 जुलाई 2023 को दोनों ने कोर्ट मैरेज कर लिया. इसके बावजूद रीता को अब तक ससुराल का अधिकार नहीं मिल सका. रीता ने बताया कि शादी को दो साल बीत जाने के बाद भी वह मायके में ही रह रही है. जब भी ससुराल ले जाने की बात कहती, अरविंद बहाना बनाकर टाल देता और कहता कि जल्द ले जायेंगे. इस बीच उनका एक बच्चा भी हो गया, लेकिन स्थिति नहीं बदली. पिछले चार महीनों से अरविंद ने बात करना भी बंद कर दिया और फोन स्विच ऑफ रखने लगा. तंग आकर रीता शुक्रवार को दोनों बच्चों को साथ लेकर अरविंद के घर पहुंच गयी ताकि पति और बच्चों के हक की मांग कर सके. लेकिन जैसे ही वह घर पहुंची, उसकी सास और ननद दरवाजा बंद कर मौके से निकल गयीं, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गयी. रीता के पिता अयोध्या राम ने कहा कि उनकी बेटी कई वर्षों से अलग रहकर संघर्ष कर रही है और अब वह अपने बच्चों के भविष्य के लिए न्याय चाहती है. घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण मौके पर जुट गये. उन्होंने दोनों पक्षों से बातचीत कर समाधान निकालने की सलाह दी. ग्रामीणों का मानना है कि प्रेम संबंध से शुरू हुई यह कहानी अब एक जटिल सामाजिक विवाद में बदल चुकी है, जिसे आपसी समझदारी और पंचायत के हस्तक्षेप से ही सुलझाया जा सकता है.
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