13.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

पेड़ के सहारे पहुंचाया गया है बिजली का तार, खतरे को लेकर आशंकित रहते हैं उपभोक्ता

रंका अनुमंडल मुख्यालय के वार्ड नंबर एक टांड़ी मुहल्ला में पेड़ के सहारे बिजली के तार खींच कर घरों तक पहुंचाया गया है.

रंका. रंका अनुमंडल मुख्यालय के वार्ड नंबर एक टांड़ी मुहल्ला में पेड़ के सहारे बिजली के तार खींच कर घरों तक पहुंचाया गया है. इसके कारण लोगों में हमेशा खतरा बना रहता है. हरा पेड़ होने के कारण बिजली के तार से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. मुहल्ला वासी महेंद्र राम, बबलू राम, तुलसी भुइयां, बिरबल भुइयां, सुरती देवी, कृष्णा राम आदि ने बताया कि वे लोग 20 साल पूर्व बिजली कनेक्शन लिये हैं. तबसे बिजली तार व पोल नहीं मिला है. बिजली कर्मी पेड़ के सहारे बिजली के तार खींच कर घरों तक पहुंचा दिया है. उपभोक्ता उसी से बल्ब जलाने को विवश हैं. लोगों ने बताया कि वे लोग स्वयं बिजली के तार खरीद कर बिजली कर्मी को दिये थे. समय पर बिजली बिल भी जमा करते हैं. लेकिन आजतक बिजली तार व पोल नहीं लगा. कनेक्शन धारियों ने कहा कि बिजली तार व पोल के लिए विभाग को आवेदन देकर कितने बार मांग की, लेकिन बिजली विभाग सुध लेने को तैयार नहीं है. आज तक बिजली की तार व पोल नहीं लगा. पेड़ के सहारे खींचें गये बिजली के तार लटक कर झूलता रहता है. तार कभी भी टूट कर गिर सकता है. इससे रास्ते में आने-जाने वाले लोगों को हमेशा खतरा बना रहता है. तुलसी भुइयां ने कहा कि बिना कनेक्शन के यदि पहाड़ पर एक झोपड़ी के लिए तार व पोल खींच कर बिजली पहुंचाया जा सकता है, तो जमीन पर घरों तक तार व पोल गाड़कर बिजली क्यों नहीं पहुंचाया जा रहा है. गौरतलब है कि भलपहरी जंगल में एक महीने के दौरान बनी एक झोपड़ी में वहां बिजली विभाग द्वारा तार व पोल गाड़कर बिजली पहुंचाया गया है. वहीं वर्षों से मांग कर रहे कनेक्शन धारियों को बिजली तार व पोल नहीं मिल रहा है. यह यहां चर्चा का विषय है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel