श्री बंशीधर नगर.
नगर उंटारी प्रखंड के कोलझिंकी पंचायत में 15वें वित्त आयोग की राशि से सीमेंटेड कुर्सी लगाने के नाम पर फर्जीवाड़ा कर राशि गबन करने का आरोप है. इसमें पंचायत में पांच गुनी कीमत पर सीमेंटेड कुर्सी लगवाने का आरोप है. बताया गया है कि जिस सीमेंटेड कुर्सी की कीमत बाजार में साढ़े तीन से चार हजार रुपये है, उसी कुर्सी को कोलझिंकी पंचायत में 17 हजार 674 रुपये में खरीदा गया है. कोलझिंकी पंचायत के प्रतिनिधियों ने डीसी से इसकी लिखित शिकायत की है. पंचायत प्रतिनिधियों ने डीसी को आवेदन देकर पंचायत के मुखिया एवं पंचायत सचिव के विरुद्ध फर्जी तरीके से कार्यकारिणी कर 15वें वित्त आयोग की राशि के घोटाला का आरोप लगाया है. मिल जानकारी के मुताबिक प्रखंड के ग्राम पंचायत कोलझिकी में वित्तीय वर्ष 2024-25 में मुखिया एवं पंचायत सचिव ने फर्जी तरीके से कार्यकारिणी की बैठक कर 15वें वित्त आयोग की राशि से 25 स्थानों पर सीमेंटेड कुर्सी लगाने की स्वीकृति दी थी. पंचायत से स्वीकृति मिलने के बाद कुर्सी लगाने का ठेका पलामू जिले के विश्रामपुर के वेंडर उमा डिजिटल प्वाइंट को दिया गया. उक्त वेंडर ने पंचायत के विभिन्न स्थानों पर 17 हजार 674 रुपये की दर से 25 सीमेंटेड कुर्सियां लगायी. इसके बाद मुखिया एवं पंचायत सचिव ने उक्त वेंडर उमा डिजिटल प्वाइंट को बाकायदा दो किस्तों में 4.82 लाख रु का भुगतान भी कर दिया. जबकि उसी कुर्सी की कीमत बाजार में साढ़े तीन से चार हजार रुपये होने की बात कही गयी है. इस तरह पंचायत के मुखिया एवं पंचायत सचिव की मिलीभगत से कुर्सी लगाने में सरकारी राशि का गबन किये जाने का आरोप है. जांचकर कार्रवाई की जायेगी : एसडीओइस संबंध में पूछने पर एसडीओ प्रभाकर मिर्धा ने बताया कि मामला संज्ञान में है. इसकी जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है