, परिजनों ने चिकित्सक पर लगाया लापरवाही का आरोप प्रतिनिधि, गढ़वा मेराल थाना क्षेत्र के पेशका गांव निवासी संजय पासी (40 वर्ष) की विषैले जंतु के काटने से गुरुवार को मौत हो गयी. मृतक के भाई दीनानाथ पासी के अनुसार बुधवार रात करीब 11 बजे संजय अपने घर पर भोजन कर सोया था, उसी दौरान उसे सांप ने डंस लिया. उठने पर उसने सांप को भागते देखा और मार गिराया, लेकिन उसे शक हुआ कि शायद कीड़े ने काटा होगा, इसलिए वह फिर से सो गया. कुछ देर बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद उसने परिजनों को जगाया. परिजनों ने रात 3:30 बजे उसे गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां सुबह 8 बजे प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही संजय की मौत हो गयी. परिजन उसका शव वापस सदर अस्पताल लाए, जहां पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया. इस घटना की जानकारी मिलने पर झामुमो नेता चंदन जायसवाल, संतोष केसरी, दौलत सोनी समेत कई लोग अस्पताल पहुंचे और जानकारी ली. चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप मृतक के भाई दीनानाथ पासी ने आरोप लगाया कि अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने गंभीर स्थिति में भी उचित इलाज नहीं किया. उनका दावा है कि उन्होंने तीन बार चिकित्सक को बुलाया, लेकिन वे अंदर सो रहे थे और केवल कंपाउंडर जवाब दे रहा था. तीसरी बार आक्रोशित होने पर डॉक्टर बाहर आये और बिना गंभीरता से देखे ही इलाज हो चुका है, ज़्यादा परेशान करोगे तो रेफर कर देंगे कहकर टाल गये. उनका कहना है कि अस्पताल में ब्लड टेस्ट के बाद बताया गया कि सांप ने नहीं काटा, इसी पर भरोसा कर वे अस्पताल में रुक गए, जिससे स्थिति और बिगड़ गयी. उनका आरोप है कि अगर चिकित्सक मन से इलाज करते, तो संजय की जान बच सकती थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

