गढ़वा/केतार(गढ़वा) : केतार प्रखंड के छाताकुंड गांव निवासी मुनील उरांव(50) का अपनी तीन बेटियों का हाथ पीला करने का सपना पूरा नहीं हो सका. वह टीवी से ग्रसित था. बेटियों की शादी के 21 दिन पूर्व ही रविवार की रात उसकी माैत हो गयी. अपने जीवन की अनिश्चितता को देखते हुए ही उसने अपनी चार बेटियों में से तीन बेटियाें की शादी 25 अप्रैल को एक साथ कराने की तैयारी कर रहा था.
मजदूरी कर घर चलानेवाला मुनील ने बड़ी मुश्किल से हिम्मत जुटा कर व दौड़-धूप कर तीनों बेटियों की शादी का रिश्ता तय किया था. सब तैयारी हो चुकी थी. इधर, मुनील अपना इलाज स्थानीय स्तर पर ही करा रहा था. रविवार की शाम तबीयत बिगड़ने पर वह इलाज कराने के लिए खरौंधी में एक निजी चिकित्सक के पास गया था. उसी रात उसने दम ताेड़ दिया. साेमवार की सुबह उसका शव आया, तो घर में कोहराम मच गया. पत्नी कमला देवी बेहोश हो गयी. पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है.
अब मुनील की बेटियों की शादी कैसे होगी, यह सोच कर सभी चिंतित हैं. 25 अप्रैल को आनी थी बारात : मुनील की चार बेटियां व एक बेटा है. दूसरी बेटी अंजू अंधी है. मुनील ने बड़ी बेटी संजू की शादी करइल में दिनेश उरांव के साथ, अंजू की शादी रामबांध के प्रदीप कुमार के साथ आैर तीसरी बेटी अंगीता की शादी मेराल में तय की थी. मुनील की माैत के बाद परिवार का हौसला टूट गया है. डर है कि कहीं शादी टूट न जाये.