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पंचायती राज व्यवस्था का लाभ नहीं मिल पाया -1

पंचायती राज व्यवस्था का लाभ नहीं मिल पाया -1 28जीडब्ल्यूपीएच29-मुखिया कपिल देव सिंह 28जीडब्ल्यूपीएच31-धर्मराज कोरवा28जीडब्ल्यूपीएच32-रामेश्वर सिंह28जीडब्ल्यूपीएच33-सुरेंद्र सिंह28जीडब्ल्यूपीएच34-नंदलाल केसरी28जीडब्ल्यूपीएच35-मुकेश केसरी28जीडब्ल्यूपीएच36-विनय भुईंया28जीडब्ल्यूपीएच37-नथुनी यादव28जीडब्ल्यूपीएच38-अधूरा पंचायत सचिवालय पंचायत-रक्शीप्रखंड-रमकंडाफैक्ट फाइलपंचायत का नाम-रक्शी पंचायत के गांव-रक्शी, दाहो, मुरली व मंगरहीआंगनबाड़ी केंद्र-पांचस्वास्थ्य उप केंद्र-नहीं हैंजविप्र की दुकान-पांच उवि-एक, मवि- तीन, प्रावि-सात,नवप्रावि-तीनजनसंख्या-7058कुल मतदाता-3775पुरूष मतदाता-1986महिला मतदाता-1789वार्ड की संख्या-14पंचायत भवन- अधूरारमकंडा(गढ़वा). रमकंडा प्रखंड के रक्शी […]

पंचायती राज व्यवस्था का लाभ नहीं मिल पाया -1 28जीडब्ल्यूपीएच29-मुखिया कपिल देव सिंह 28जीडब्ल्यूपीएच31-धर्मराज कोरवा28जीडब्ल्यूपीएच32-रामेश्वर सिंह28जीडब्ल्यूपीएच33-सुरेंद्र सिंह28जीडब्ल्यूपीएच34-नंदलाल केसरी28जीडब्ल्यूपीएच35-मुकेश केसरी28जीडब्ल्यूपीएच36-विनय भुईंया28जीडब्ल्यूपीएच37-नथुनी यादव28जीडब्ल्यूपीएच38-अधूरा पंचायत सचिवालय पंचायत-रक्शीप्रखंड-रमकंडाफैक्ट फाइलपंचायत का नाम-रक्शी पंचायत के गांव-रक्शी, दाहो, मुरली व मंगरहीआंगनबाड़ी केंद्र-पांचस्वास्थ्य उप केंद्र-नहीं हैंजविप्र की दुकान-पांच उवि-एक, मवि- तीन, प्रावि-सात,नवप्रावि-तीनजनसंख्या-7058कुल मतदाता-3775पुरूष मतदाता-1986महिला मतदाता-1789वार्ड की संख्या-14पंचायत भवन- अधूरारमकंडा(गढ़वा). रमकंडा प्रखंड के रक्शी पंचायत में पंचायती बीते पांच वर्षों में पंचायती व्यवस्था का लाभ लोगों को नहीं मिल पाया है. पांच वर्ष बीतने के बाद भी यहां पंचायत सचिवालय का निर्माण अधूरा है. यहां पंचायत सचिवालय सिर्फ ग्राम सभा के लिए खुलता है. लोगों का कहना है कि सचिवालय बंद रहने के कारण पंचायतस्तर पर होनेवाले काम के लिए लाोगों भटकना पड़ता है. ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत में सड़क, इंदिरा आवास का निर्माण हुआ, पेंशन भी लोगों को अपेक्षाकृत मिला, लेकिन सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं हुई. पंचायत सचिवालय नहीं रहने के कारण सभी सामान अपने घर में रखते हैं. स्वास्थ्य सुविधा फेलप्रखंड के इस पंचायत में स्वास्थ्य सुविधा का लाभ लोगों को नहीं मिलता. 60 हजार की आबादी वाले इस पंचायत में एक भी स्वास्थ्य उपकें द्र नहीं है. गरीब लोग पैसे व स्वास्थ्य उपकेंद्र नहीं रहने के कारण झाड़ फूंक का सहारा लेकर अपनी जान गंवाने को विवश हैं. ऐसे में इस पंचायत में झाड़फूक करनेवाले व झोलाछाप चिकित्सकों की चांदी है. पंचायत के गरीब मरीज बीमार पड़ने पर कर्ज लेकर समीपवर्ती जिला पलामू के मेदिनीनगर में इलाज कराने जाते हैं. करीब तीन माह पूर्व पंचायत के नुनगांछ टोला में एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत मलेरिया से हो गयी थी. ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था नहीं की गयी. खुले में शौच से मुक्त नहीं हुआरक्शी पंचायत अभी तक खुले में शौच से मुक्त नहीं हो पाया है. इस पंचायत के लगभग 95 फीसदी लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं. स्वच्छता अभियान का भी यहां कोई असर नहीं दिखता. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले पंचायत चुनाव से पूर्व पंचायत के सभी बीपीएल परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराया गया था, लेकिन वह भी भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया. जनता को ठगने का काम किया: नथुनी यादव पिछले पंचायत चुनाव में रक्शी पंचायत में मुखिया प्रत्याशी के रूप में दूसरे नंबर पर रहे रक्शी गांव निवासी नथुनी यादव ने कहा कि मुखिया ने विकास के नाम पर जनता को ठगने का काम किया है. इंदिरा आवास को पैसे से बेचा गया है. चापानल में घोटाला किया गया है. उन्होंने कहा कि जहां सड़क की आवश्यकता नहीं है, वैसे जगह पर पैसे की उगाही के लिये सड़क बनवाया गया, जिसके कारण यह पंचायत विकास के नाम पर और पीछे चला गया. विकास हुआ हैं : मुखिया वर्तमान मुखिया कपिल देव सिंह ने कहा कि पंचायत को जो अधिकार मिला, उसके अनुरूप उन्होंने विकास का काम किया है. पंचायत में सीमित संसाधनों में ही उपयुक्त जगहों पर सड़क, जरूरतमंदों को इंदिरा आवास, पेंशन, सिंचाई कूप, तालाब आदि देने काम किया है. उन्होंने कहा कि वे पूरी ईमानदारी के साथ पंचायत के विकास करने में अपनी भूमिका निभायी हैं. क्या कहते हैं लोगविकास कार्य नहीं हुआ : सुरेंद्र सिंह मंगरही गांव के सुरेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार ने पंचायत को समुचित अधिकार नहीं दिया, जिसके कारण पंचायत में कई विकास कार्य नहीं हुये.उन्होंने कहा कि पंचायत के मुखिया को पंचायती राज के तहत जो अधिकार मिला, उसके अनुरूप विकास कार्य नहीं हुआ. सिंचाई की व्यवस्था नहीं हुई : नंदलाल केसरीरक्शी गांव के नंदलाल केसरी ने कहा कि सरकार ने जो पंचायती राज से विकास का सपना दिखाया था, वह धरी की धरी रह गयी. पंचायत में कई महत्वपूर्ण विकास के कार्य अभीतक नहीं हो पाये हैं. पंचायत में सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने के कारण किसानों की समस्या बरकरार है.अपेक्षित विकास हुआ: रामेश्वर सिंहरक्शी गांव निवासी रामेश्वर सिंह ने कहा कि सरकार ने पंचायती राज के तहत मुखिया को जो अधिकार मिला, उसके तहत मुखिया ने अपेक्षाकृत विकास का काम किया है. पंचायत में कई जगहों पर सोलर लाइट लगाया गया है. सीमित अधिकार में पंचायत का अपेक्षित विकास हुआ है. शिक्षित प्रत्याशी चाहिए : मुकेश केसरी रक्शी निवासी मुकेश केसरी ने कहा कि स्वच्छ छवि व अनुभव के साथ-साथ शिक्षित प्रत्याशी से ही पंचायत का सर्वांगीण विकास हो सकता है. जो जनता के सवालों को लेकर संघर्ष करे, वैसे प्रत्याशी को ही वे जितायेंगे.साफ छवि का प्रत्याशी हो : धर्मराज कोरवामंगराही गांव के धर्मराज कोरवा ने कहा कि इस बार के चुनाव में शिक्षित, सभी को साथ लेकर चलनेवाला व ईमानदारी प्रत्याशी से ही इस पंंचायत का विकास संभव है. साफ व स्वच्छ छवि के प्रत्याशी को प्राथमिकता दी जायेगी. जुझारू को प्राथमिकता: विनय भुइयांमंगराही गांव के विनय कुमार भुइया ने कहा कि इस बार के चुनाव में युवा, शिक्षित, ईमानदार व जुझारू के साथ-साथ जनता की समस्याओं को सुनने व उसका समाधान करनेवाला प्रतिनिधि को प्राथमिकता दी जायेगी.

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