गालूडीह. घाटशिला प्रखंड की हेंदलजुड़ी पंचायत के दास टोला में लगी सोलर जलमीनार और चापाकल करीब छह महीने से खराब पड़े हैं. गर्मी में गांव में पेयजल की समस्या हो गयी है. परेशान ग्रामीण गुरुवार को हेंदलजुड़ी पंचायत कार्यालय पहुंचे. पानी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने बर्तन के साथ विरोध-प्रदर्शन किया. इसके बाद ग्रामीण पंचायत के मुखिया मिर्जा हांसदा से मिले. मुखिया ने आश्वासन दिया कि तीन दिनों के अंदर जलमीनार और चापाकलों की मरम्मत करायी जायेगी. ग्रामीणों ने बताया कि उक्त सोलर जलमीनार और चापाकल से ग्रामीण ही नहीं बल्कि राहगीर भी प्यास बुझाते थे. जलमीनार लगने के बाद ग्रामीणों को स्वच्छ पानी मिल पा रहा था. इससे ग्रामीणों को पानी के लिए भटकना नहीं पड़ता था. मगर कुछ ही माह बाद यह जलमीनार खराब हो जाने के कारण न सिर्फ ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, बल्कि आने जाने वाले राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ग्रामीणों को इस भीषण गर्मी में पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है. मौके पर दुर्गा दास, अर्जुन माझी, पद्दावती दास, मिनी गोप, पुष्पा सिंह, वीणा, यमुना समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
आंधी में उड़ा सोलर प्लेट, आमड़ाटोला में एक साल से जलमीनार बेकार
बहरागोड़ा प्रखंड की सकरा पंचायत अंतर्गत आमड़ाटोला गांव में विगत एक साल से सोलर संचालित जलमीनार खराब है. करीब एक साल पहले आंधी-बारिश में सोलर प्लेट उड़ गया. इसके बाद विभाग ने योजना की ओर ध्यान नहीं दिया. ऐसे में लोग परेशान हैं. गांव में लगभग 30 परिवार है. वे पेयजल के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. ग्रामीणों को मवेशी (गाय-बकरी) को पानी पिलाने के लिए राजबांध ले जाना पड़ रहा है. गर्मी की शुरुआत में भूगर्भ जलस्तर नीचे जाने के कारण राजबांध भी सूखने के कगार पर है.लोगों का कहना है कि गर्मी के कारण नलकूप व जलमीनार भी सूखने लगे हैं. पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने के कारण लोग पानी के लिए भटक रहे हैं. सुबह से शाम तक लोग पानी की व्यवस्था में लगे रहते हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द सोलर आधारित जलमीनार को दुरुस्त किया जाये.
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