गालूडीह.
घाटशिला प्रखंड की बड़ाकुर्शी पंचायत स्थित गिधिबिल गांव के किसान योगेंद्र महतो ने बंजर पड़ी दो एकड़ भूमि पर वर्ष 2020 में आम के 112 पौधे लगाये. तीन साल बाद सालाना एक लाख रुपये से अधिक आमदनी कर रहे हैं. योगेंद्र महतो ने बताया कि उन्हें मनरेगा योजना से 3 लाख 67 हजार रुपये की स्वीकृति मिली थी. उन्होंने दशहरी, आम्रपाली, हिमसागर, लंगड़ा, फजली, सीता भोग आदि के पौधे लगाये, जो तीन साल में फल देने लगे. उन्होंने बताया कि आम को हर साल जमशेदपुर की मंडी में बेचने ले जाते हैं. इस साल आम के फलों में काफी वृद्धि हुई है. योगेंद्र महतो के इस बेहतर बागवानी से अन्य किसान प्रेरित हैं. अपने खेत में बागवानी करने लगे हैं. इससे बड़ाकुर्शी पंचायत में बागवानी की बढ़ावा मिला है.दारीसाई में आम के फल के लिए 80 हजार का टेंडर निकला
दारीसाई क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र के बड़े भू-भाग में आम के सैकड़ों वृक्षों पर फल लदे हैं. दारीसाई क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र में लंगड़ा, फजली, आम्रपाली, कृष्णा भोग, दशहरी आदि कई बेहतर किस्म के पेड़ हैं. आम पकने का समय करीब आ गया है. केंद्र के सह निदेशक डॉ एन सलाम ने आम की बागवानी की निविदा निकाली है, जिसकी दर 80 हजार रुपये रखी गयी है. सह निदेशक डॉ एन सलाम ने बताया कि आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 20 मई, 2025 थी. अंतिम दिन दारीसाई निवासी बाबूलाल सिंह ने आम बागान के लिए आवेदन जमा किया है. मालूम हो कि इसके पहले केंद्र ने 1.25 लाख रुपये की बागवानी की निविदा निकाली थी. तब किसी ने टेंडर नहीं डाला था.
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