गुड़ाबांदा. गुड़ाबांदा वन क्षेत्र के सिंहपुरा और मुड़ाठाकरा जंगल में शुक्रवार को सेंदरा वीरों का महाजुटान हुआ. सिंहपुरा के पास परंपरागत हथियार जैसे तीर-धनुष, भाला, बरछा, कुल्हाड़ी आदि लेकर सैकड़ों सेंदरा वीर पहुंचे. इसकी सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम सुबह ही पहुंच गयी थी. वन विभाग ने वन्य प्राणियों का सेंदरा रोकने के लिए सेंदरा वीरों को समझाया. कई सेंदरा वीरों को जंगल में जाने से रोका गया. सेंदरा वीरों को वन विभाग के कर्मचारियों ने वन्य प्राणियों का शिकार नहीं करने के लिए समझाया और वापस भेजा. इसके बावजूद कई सेंदरा वीर जंगल में घुस गये.
जानकारी के अनुसार, सेंदरा पर्व के तहत परंपरा के मुताबिक हर साल सेंदरा वीर उक्त जंगल में सेंदरा के लिए जाते हैं. इसकी तिथि तय होती है. प्रखंड की आठ पंचायतों के सेंदरा वीरों का जुटान होता है. इस जंगल में जंगली सूअर, मोर, खरगोश, वन मुर्गी समेत अन्य कई प्रकार के वन्य प्राणी हैं. वन्य प्राणियों का शिकार नहीं करने के लिए वन विभाग ने बीते दिनों गांवों में प्रचार-प्रसार किया था. इसके बावजूद शुक्रवार की सुबह में तीर-धनुष और अन्य पारंपरिक हथियार लेकर विभिन्न गांवों से सेंदरा वीर पहुंच गये थे.वन विभाग के प्रभारी वनपाल सुनाराम सबर, वनरक्षी अभिलाष महतो, मनोज मुर्मू, भीम सोरेन, रघुनाथ हेंब्रम, कल्याण साहु, मदन महतो टीम के साथ सुबह में जंगल पहुंचे थे.
नहीं हुआ सेंदरा : वनपाल
वनपाल सुनाराम सबर ने कहा कि वन विभाग की टीम जंगल में तैनात थी. शिकारियों को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया गया है. इसके कारण वन्य जीव प्राणियों का सेंदरा नहीं हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है