मुसाबनी. मुसाबनी प्रखंड पंचायत समिति की बैठक में विभागीय पदाधिकारी के अनुपस्थित रहने, संतोषजनक कार्रवाई नहीं करने और अन्य मुद्दों पर बुधवार को पंचायत समिति के सदस्यों ने विरोध जताया. प्रमुख रामदेव हेंब्रम के नेतृत्व में मासिक बैठक का बहिष्कार कर दिया. इसके बाद प्रखंड कार्यालय के मुख्यद्वार पर धरना पर बैठ गये. सूचना मिलने पर शाम को घाटशिला के दंडाधिकारी अमन कुमार वार्ता करने पहुंचे. दंडाधिकारी ने धरना पर बैठे पंसस की मांगों पर कार्रवाई का लिखित आश्वासन दिया. इसके बाद धरना समाप्त हुआ.
पंचायत समिति सदस्यों की मांगें
पंसस ने बैठक में सभी विभागों के पदाधिकारी की उपस्थिति सुनिश्चित करने, अनुपस्थित रहने वालों वाले पदाधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने. निजी विद्यालयों में 25 प्रतिशत सीट पर बीपीएल बच्चों के नामांकन की सूची देने, मुसाबनी बस स्टैंड से प्रखंड कार्यालय तक सड़क किनारे से अतिक्रमण हटाने और मुसाबनी टाउनशिप में गृह विभाग की जमीन पर अवैध निर्माण पर रोक लगाने, वन विभाग से राखा वन क्षेत्र में पेड़ों की कटाई करने वालों पर कार्रवाई करने, आरके कंस्ट्रक्शन की ओर से धोबनी पंचायत के आहारकोचा में सड़क किनारे अवैध रूप में वन क्षेत्र के पत्थरों के जमा करने के विरुद्ध कार्रवाई करने, पेंशन फॉर्म पर पंसस की अनुशंसा करने का अधिकार देने आदि मांगें रखीं. धरने पर पंसस सदस्य भरत चंद्र भकत, हरि शरण महाकुड़, अनीता सागर, फूलमानी मुर्मू, वंदन पाल, डुमनी महाली, सविता पातर आदि बैठे थे. वार्ता में बीडीओ अदिति गुप्ता, सीओ ऋषिकेश मरांडी, बीपीआरओ संपत नाथ भुईयां, जेई शीतल महापात्र आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है