मुसाबनी. सोहदा ग्रामसभा की ओर से सुरदा फेस टू के मजदूरों को सुरदा माइंस में समायोजन करने की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से जारी सुरदा माइंस की आर्थिक नाकेबंदी गुरुवार रो एचसीएल प्रबंधन से सहमति बनने पर गुरुवार शाम को समाप्त हो गया. प्रबंधन की ओर से एचसीएल के डीजीएम दीपक श्रीवास्तव, एचआर कमलेश कुमार, अर्जुन लोहारा, सुरदा माइंस मैनेजर डीजे सोम तथा आंदोलनकारियों की ओर से सोहदा के ग्राम प्रधान दिलीप हेंब्रम, आदिम जनजाति कल्याण समिति की जिलाध्यक्ष रानी सबरीन, बेनासोल पंचायत की मुखिया सुकुरमनी हेंब्रम, झामुमो नेता गौरांग माहली, सुधारानी बेसरा, मजदूर नेता प्रशांत हांसदा समेत कई लोगों ने भाग लिया. करीब 4 घंटे तक कई दौर की चली वार्ता के बाद शाम को सुरदा फेस टू के सभी 62 मजदूरों को 11 जून से रोटेशन के आधार पर सुरदा माइंस में रोजगार देने पर सहमति बनी. प्रत्येक महीने मजदूरों को 6 दिन का रोजगार देने पर प्रबंधन राजी हुआ. वार्ता में प्रबंधन की ओर से कहा गया की सुरदा फेस टू को नवंबर तक चालू कर सभी मजदूरों को नियमित रूप से रोजगार देने का प्रयास किया जा रहा है. वार्ता में 11 जून से सभी मजदूरों को रोटेशन पर रोजगार देने तथा मजदूरों को सभी सुविधा देने पर सहमति बनने के बाद सोहदा ग्राम सभा ने अपने आर्थिक नाकेबंदी आंदोलन को समाप्त करने का निर्णय लिया. वार्ता में हीरामणि मुर्मू, जसमीन मुर्मू, कापरा बास्के समेत बड़ी संख्या में मजदूर व परिवार के लोग उपस्थित थे.
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