चाकुलिया. चाकुलिया की माटियाबांधी पंचायत से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के मामले में उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बीडीओ को पत्र भेजकर जांच के निर्देश दिये हैं. इस संबंध में घाटशिला एसडीओ सुनील चंद्र ने बताया कि उपायुक्त के निर्देश मिलते ही जांच शुरू हो गयी. मामले की जांच पूरी हो चुकी है. आरोपी चिह्नित किये जा चुके हैं. एक भी दोषी बख्शा नहीं जायेगा. मंगलवार (22 अप्रैल) तक आरोपियों की गर्दन प्रशासन के हाथ में होगी. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
प्रमुख व मुखिया ने बीडीओ से जांच की मांग की
दूसरी ओर, मामले की जांच के लिए प्रमुख धनंजय करुणामय व माटियाबांधी पंचायत के मुखिया जादू हेंब्रम ने शनिवार को बीडीओ आरती मुंडा को ज्ञापन सौंप कर जांच करने व आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
–कोट–
माटियाबांधी पंचायत से फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र निर्गत किये गये हैं. इससे चाकुलिया की बदनामी हो रही है. प्रखंड या पंचायत स्तर के पदाधिकारी, कर्मचारियों के द्वारा या साइबर अपराधियों ने ऐसा किया है. यह जांच का विषय है. मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाये.
– धनंजय करुणामय, प्रमुख, चाकुलिया—————————————पिछले तीन-चार माह में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाये गये हैं. जांच के उपरांत 106 प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये हैं. प्रमाण पत्र बनाने वाले पंचायत क्षेत्र से बाहर के हैं. बिना दस्तावेज के प्रमाण पत्र निकाला गया है. यह कैसे संभव हुआ, समझ से परे है. मामला गंभीर है. जांच कर कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई की जाये.
– जादूनाथ हेंब्रम, मुखिया, माटियाबांधी पंचायत————————————-पंचायत सचिव ने बीडीओ को सौंपा स्पष्टीकरण, मैंने जन्म प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया
माटियाबांधी पंचायत के पंचायत सचिव सुनील महतो ने शनिवार को प्रखंड कार्यालय पहुंच कर अपना स्पष्टीकरण सौंपा. उन्होंने बताया कि फर्जी जन्म प्रमाण पत्र उन्होंने निर्गत नहीं किया है. उनके पासवर्ड और आइडी से किसी प्रकार का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र निर्गत नहीं हुआ है. ग्राम पंचायत कार्यालय में जन्म प्रमाण पत्र निर्गत पंजी में उक्त सभी फर्जी प्रमाण पत्र पंजीकृत नहीं है. उन्होंने किसी अनजान व्यक्ति को ओटीपी नहीं दिया है. उन्होंने प्रमाण पत्र के संबंध में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.आरोपी तक पहुंचना है आसान
बीडीओ आरती मुंडा के पास वेरिफिकेशन के लिए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र पहुंचे हैं. इसमें जन्म के स्थान पर पता- माटियाबांधी लिखा है. इसके अलावा अभिभावक का नाम, स्थायी पता व वर्तमान पता भी अंकित है. इस आधार पर जिनके जन्म प्रमाण पत्र बने हैं. उन पर मामला दर्ज कर पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने और पूछताछ पर पूरे मामले का आसानी से खुलासा हो सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

