चाकुलिया.
चाकुलिया मुस्लिम बस्ती में पति के तलाक देने पर पीड़िता खुशबू खातून रविवार को चाकुलिया थाना पहुंची. उसने बताया कि दो वर्ष पहले उसका विवाह चाकुलिया के मो जाहिद के साथ हुआ था. गर्भवती होने के बाद पति और ससुराल वालों ने प्रताड़ित करना शुरू किया. उसे घर से बाहर निकाल दिया. कई बार इसे लेकर बैठक हुई. चाकुलिया थाना से लेकर मुस्लिम समाज ने बैठक की. पति में कोई सुधार नहीं आया. रविवार को पीड़िता ने ससुराल पहुंच कर अपने व बच्चे के गुजारा के लिए खर्च की मांग की. इसपर पति ने तलाक देकर रिश्ते को समाप्त कर दिया. अब पीड़िता पुलिस के पास न्याय की गुहार लगा रही है. पीड़िता और उसके पिता ने बताया कि तीन तलाक की परंपरा को सरकार ने पहले ही समाप्त कर दिया है. इसके बावजूद अन्याय किया जा रहा है.चाकुलिया के जब्बार खान स्थानीय कब्रिस्तान में कब्र खोदने का काम करते हैं. उनकी इकलौती बेटी खुशबू खातून की शादी 12 फरवरी, 2023 को हुई थी. पीड़िता ने बताया कि वह सात माह की गर्भवती थी, तब घर का काम करने में असमर्थ होने लगी. अपने पति और सास से कहा कि कुछ दिनों के लिए एक नौकरानी रख लें. इससे नाराज पति और सास ने खुशबू को घर से बाहर निकाल दिया. खुशबू का मायके और ससुराल दोनों चाकुलिया में है. मायके में खुशबू ने बेटे को जन्म दिया. इसके बाद भी पति अपनी पत्नी और बच्चे को देखने नहीं आया. शादी के समय दहेज के तौर पर एक लाख नगद, 1.50 लाख की बाइक, 1.30 लाख का फर्नीचर दिये गये थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है