डुमरिया. डुमरिया से कोवाली तक सड़क निर्माण में संवेदक के उदासीन रवैये से लोग परेशान हैं. डुमरिया प्रखंड की योजनाओं में लेटलतीफी परंपरा बन गयी है. डुमरिया से भागाबांदी होते हुए कोवाली तक सड़क निर्माण कार्य वर्ष 2018 में शुरू हुआ, जो आज भी अधूरी है. यह सड़क डुमरिया की लाइफलाइन है. इसी सड़क से कुमड़शोल, खड़िदा, बांकीशोल, केंदुआ, खैरबनी व कांटाशोल पंचायत के लोग आवाजाही करते हैं. सड़क की दुर्दशा से विद्यार्थी, वाहन चालक, मरीज सभी परेशान हैं. सड़क के चौड़ीकरण व पक्कीकरण निर्माण कार्य की स्वीकृति वर्ष 2018 में मिली. संवेदक की मनमानी व विभाग व प्रशासन की उदासीन रवैये के कारण 6 साल बाद बी सड़क अधूरी है. ग्रामीणों ने बताया कि सड़क कोवाली से डुमरिया तक लगभग 29 किमी लंबी है. इसकी कुल लागत 63 करोड़ रुपये है. किरण कंस्ट्रक्शन काम कर रहा है. भागाबांदी गांव में बैंक के सामने संवेदक ने पीसीसी पूरा नहीं किया है. इस कारण हल्की बारिश में जल जमाव से तालाब जैसी स्थिति है. लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी ओर डुमरिया के फॉरेस्ट गेस्ट हाउस के पास पीसीसी के चौड़ीकरण कार्य को लेकर खोदकर ढलाई कार्य पूरा नहीं किया गया है. इससे राहगीर घायल हो रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

