धालभूमगढ़. नरसिंहगढ़ स्थित राजबाड़ी परिसर के मंदिर, प्राचीन मूर्तियों व भवन को विश्व हेरिटेज के मानचित्र पर लाया जायेगा. विश्व धरोहर दिवस पर शुक्रवार को राष्ट्रीय एटलस एवं थेमेटिक मानचित्रण संगठन (भारत सरकार) के निदेशक डॉ विनोद कुमार सिंह और एनपीसीसी के जनरल मैनेजर सुनील कुमार ने राजबाड़ी परिसर में साइट मैपिंग की. उन्होंने कहा कि विभिन्न संचार माध्यमों से पता चलने के बाद वे राजबाड़ी पहुंचे हैं. परिसर में स्थित प्राचीन मंदिर, उनकी कलाकृति व अन्य भवन को विश्व धरोहर में शामिल करने के लिए एटलस मैपिंग की जायेगी. ऐसे स्थल विश्व धरोहर में आने चाहिए. वे यहां के प्राचीन मंदिरों को विश्व धरोहर में शामिल करने के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजेंगे. इसके लिए भारत सरकार के अभ्युदय डिजिटलीकरण के लिए केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय को प्रस्ताव देंगे, ताकि यह विश्व हेरिटेज की श्रेणी में घोषित हो सके. उन्होंने त्रिवेणेश्वर मंदिर, दशभुजा दुर्गा मंदिर, कोतवाल मंदिर व राजा के आवास का निरीक्षण किया. मौके पर राज परिवार के नंदन सिंह देव, रंजन सिंह देव, अंजन सिंह देव व घाटशिला के थाना प्रभारी मधुसूदन दे उपस्थित थे.
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